गरीब बच्चों के सपने होंगे साकार, निजी स्कूलों के खुले द्वार
- शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी आनलाइन आवेदन तीन चरणों में मिलेगा प्रवेश
रायबरेली : आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से जुड़े बच्चे अब अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस विद्यालयों में प्रवेश पा सकेंगे। उन्हें अब सरकारी विद्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। उनके अभिभावकों का भी सपना साकार हो जाएगा। उन्हें फीस की मोटी रकम, कापी-किताब, ड्रेस आदि के लिए कुछ खर्च नहीं करने पड़ेंगे, बल्कि इन सबके लिए सरकार से निश्चित राशि हर साल दिया जाएगा। यह सब कुछ निश्शुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत है। इसकी तिथियां भी निर्धारित कर दी गई हैं। इस बार प्रक्रिया में बदलाव करते हुए शहर की तरह ग्रामीण क्षेत्र में भी ऑन लाइन आवेदन करना होगा। पहले चरण के लिए 25 मार्च आवेदन किया जा सकता है।
तीन चरण में 30 जून तक प्रवेश प्रक्रिया
जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता संजीव गुप्ता ने बताया कि यह प्रक्रिया 30 जून तक चलेगी। प्रथम चरण में प्रवेश के लिए आनलाइन दो से 25 मार्च तक आवेदन की तिथि तय की गई है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा आवेदन पत्र का सत्यापन कर उन्हें 26 से 28 मार्च तक लाक, लाटरी 30 मार्च को निकाला जाएगा। इसमें चयनित बच्चों को पांच अप्रैल को प्रवेश दिला दिया जाएगा। इसी तरह द्वितीय चरण एक अप्रैल से 23 अप्रैल, बीएसए द्वारा सत्यापन और लॉक 24 से 26 अप्रैल, लाटरी 28 अप्रैल, जबकि प्रवेश पांच मई को दिलाया जाएगा। तीसरे चरण में 29 अप्रैल से 10 जून तक आवेदन किया जा सकता है। 11 से 13 जून तक बीएसए द्वारा लाक किया जाएगा। इसके बाद 15 जून को लाटरी और 30 जून को प्रवेश दिलाने के निर्देश दिए गए हैं।
खुद भरे, दूसरों को भी दें सूचना
आल स्कूल्स पैरेंट्स एसोसिएशन अध्यक्ष शशांक सिंह राठौर, उपाध्यक्ष फतेह बहादुर, आशीष मिश्रा ने बताया कि संगठन लगातार अभिभावकों से संपर्क कर रहा है। साथ ही उन्हें प्रेरित कर रहा है कि अपने बच्चों के साथ दूसरों को भी आवेदन करने के लिए जागरूक करें। सरकारी की वेबसाइट पर आसानी से आवेदन किया जा सकता है। साथ ही फार्म डाउनलोड करके बीएसए कार्यालय में भी जमा करके रिसीविग जरूर ले लें।
इनकी सुनें
आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए यह सुनहरा अवसर है। जरूरी दस्तावेज के साथ अभिभावक आवेदन करें। इसमें पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जाएगी। किसी के बहकावे में आने की जरूरत नहीं है। सबको शिक्षा का अधिकार है। इसका पात्र व्यक्ति लाभ उठा सकते हैं। इसमें चयन के बाद शिक्षा पूरी तरह से निश्शुल्क है।
आनंद प्रकाश शर्मा, बीएसए