सीएमओ, डीएसओ और एक्सईएन नलकूप का वेतन रोका
रायबरेली बचत भवन में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान शनिवार को डीएम का रवैया ख
रायबरेली : बचत भवन में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान शनिवार को डीएम का रवैया खासा सख्त रहा। उन्होंने सीएमओ, डीएसओ और एक्सईएन नलकूप का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया है। इसके अलावा लगभग आधा दर्जन अधिकारियों को काम में लापरवाही बरतने पर कड़ी फटकार भी लगाई।
समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि निर्माण, विकास व शासकीय कार्यों के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बंद पड़े आठ धान क्रय केंद्रों के संचालन के लिए कहा गया। पराली और कूड़ा जलाने वालों के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने का आदेश भी दिया गया। इसके अलावा गोवंशों के बधियाकरण के लिए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी की जिम्मेदारी तय की गई। मंडल स्तर पर खाद्य सुरक्षा में पिछड़ने पर उन्होंने जिला पूर्ति अधिकारी केएन सिंह को फटकार लगाई और उनका वेतन रोक दिया। आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड वितरण, टीकाकरण और मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की प्रगति ठीक न मिलने पर सीएमओ का भी वेतन रोका गया है। बैठक में अनुपस्थित रहने पर एक्सईएन नलकूप का वेतन रोकने के साथ स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसके अलावा डीआईओएस, बीएसए, जिला प्रोग्राम अधिकारी समेत कई अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए चेताया है। बैठक में सीडीओ राकेश कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. शरद कुमार वर्मा, एएसपी नित्यानंद राय, डीएफओ तुलसीदास शर्मा आदि मौजूद रहे।
गोशालाओं के निरीक्षण का आदेश
जनपद में निर्मित हो चुकी और निर्माणाधीन गोशालाओं की स्थिति क्या है, वहां गोवंशों के लिए क्या-क्या व्यवस्थाएं की जाएंगी, ऐसे ही कई बिदुओं पर जांच के लिए दस अधिकारियों की अलग-अलग टीम बना दी गई। उन्हें रविवार शाम तक पूरी रिपोर्ट कार्यालय में देने के आदेश डीएम ने दिए हैं।