खुले बाह्य रोग विभाग, मरीजों को मिली राहत
जिला अस्पताल समेत सभी सीएचसी पीएचसी की ओपीडी में सुरक्षा नियमों के साथ इलाज शुरू हो गया है।
रायबरेली : लगभग 87 दिनों के बाद जिला अस्पताल की ओपीडी के ताले खुले। सीएचसी, पीएचसी में भी बाह्य रोग विभाग में मरीजों का इलाज शुरू हो गया। कोरोना महामारी के दौरान ओपीडी बंद होने से दूसरी बीमारियों से ग्रसित लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मगर, उनके लिए ये खबर राहत देने वाली है।
वैसे लगभग दो हफ्ते से जिला पुरुष अस्पताल में ईएनजी सर्जन, सर्जन, आर्थोपैडिक सर्जन लगातार ओपीडी में सेवाएं दे रहे हैं। मगर, जनरल फिजीशियन, मानसिक रोग, बाल रोग सहित अन्य महत्वपूर्ण विभागों पर ताला लटका था। इस कारण मरीजों को निजी चिकित्सकों से इलाज कराना पड़ रहा था। वहां भी सिर्फ एक पहर ही चिकित्सी सेवाओं की अनुमति थी। ऐसे में बड़ी संख्या में मरीजों को बैरंग ही लौटना पड़ रहा था। ओपीडी खोलने का आदेश 17 जून को आ गया था लेकिन, आदेश की कॉपी जिम्मेदार अधिकारियों को नहीं मिली थी। शुक्रवार को आखिरकार सारी दुविधाएं दूर हो गईं और आमोखास के लिए सभी चिकित्सक अपने-अपने कक्षों में बैठने लगे। सुबह आठ से दोपहर दो बजे के बीच करीब 300 मरीज देखे गए। उधर, समस्त सीएचसी और पीएचसी में भी ओपीडी शुरू करा दी गई है।
शारीरिक दूरी का रखें ध्यान : मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एनके श्रीवास्तव ने लोगों से अपील की है कि जरूरत होने पर ही जिला अस्पताल आएं। यहां भीड़ न लगाएं। थर्मल स्क्रीनिग के लिए सभी कक्षों में मशीन उपलब्ध करा दी गई है। मगर, सुरक्षा नियमों का अनुपालन करना आम लोगों की जिम्मेदारी है। मास्क लगाएं। समय-समय पर साबुन से हाथ धोते रहें। शारीरिक दूरी का पालन करें। अस्पताल में भीड़ न लगाएं। श्वांस रोगी अपनी सेहत के प्रति ज्यादा फिक्रमंद रहें। जिला अस्पताल का स्टाफ मुस्तैद है। किसी भी रोगी को असुविधा नहीं होने दी जाएगी।