बुद्ध पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई डुबकी
रायबरेली बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा में डु
रायबरेली : बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य किया और घाट पर स्थित देवी देवताओं का विधि विधान से पूजन किया। तीर्थ पुरोहितों को दान देकर कुटुंब के कल्याण की कामना की।
डलमऊ के राजघाट, रानी शिवाला, संकटमोचन, पथवारी देवी, दीनशाह गौरा, महावीरन, राजा नेवाज सिंह और बड़ा मठ घाट पर हर हर गंगे के जयकारे के साथ स्नान किया। बड़ा मठ के महामंडलेश्वर स्वामी देवेंद्रानंद गिरि ने बताया कि बुद्ध या वैशाख पूर्णिमा के दिन भगवान बुद्ध की जयंती मनाई जाती है। इसी दिन भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। बौद्ध धर्म को मानने वालों का यह बड़ा पर्व माना जाता है। वैशाख पूर्णिमा को भगवान विष्णु ने भगवान बुद्ध के रूप में नौवां अवतार लिया था। मान्यता है कि वैशाखी पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान के बाद गरीबों को अन्नदान, फलदान देने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। डलमऊ, गोकना गंगा घाट पर हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु। सूर्य को अर्घ्य देकर देवी देवताओं का विधि विधान से किया पूजन।
ऊंचाहार के गोकना, पूरे तीर खरौली, गोला, बादशाहपुर गंगा घाटों पर रविवार की रात से ही श्रद्धालु पहुंचने लगे थे। यहां नसीराबाद, जायस, गौरीगंज, अमेठी, सुलतानपुर, मोहनगंज, तिलोई, महराजगंज, सलोन, जगदीशपुर समेत अन्य स्थानों से आकर श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया। उसके बाद शिव मंदिर समेत अन्य मंदिरों में पूजन किया। श्रद्धालुओं ने खरीदारी भी की। भारी भीड़ के कारण चंड़रई चौराहा से गोकना गंगा घाट तक जाम की स्थिति बनी रही।