70 करोड़ की लागत से बनेंगे 29 नए बिजली उपकेंद्र
पावर कारपोरेशन की आपूर्ति व्यवस्था में होगा सुधार पांच लाख उपभोक्ताओं को मिलेगा लाभ
रायबरेली: बिजली आपूर्ति व्यवस्था को और बेहतर बनाने का खाका पावर कारपोरेशन ने खींचा है। इसके लिए 29 नए बिजली घरों की स्थापना की जाएगी। यह कार्य केंद्र सरकार की ओर से हाल ही में लाई गई रीवैम्प्ड योजना के तहत कराया जाएगा। इसमें लगभग 70 करोड़ का बजट खर्च होगा। इन उपकेंद्रों के बन जाने के बाद यहां की बिजली आपूर्ति व्यवस्था में भारी सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।
औद्योगिक, घरेलू और व्यवसायिक मिलाकर यहां अभी बिजली के करीब सवा पांच लाख कनेक्शनधारक हैं। इन उपभोक्ताओं के घर, दुकान और उद्योग तक बिजली पहुंचाने के लिए पावर कारपोरेशन ने 33/11 केवी क्षमता के 54 उपकेंद्र बना रखे हैं। फिर भी रोस्टर के अनुरूप गांवों को 18 और नगर को 24 घंटे बिजली नहीं मिल पाती। इसकी बड़ी वजह उपकेंद्रों का ओवरलोड और 33 केवी लाइनों का जर्जर होना है। ग्रामीण इलाकों में लो-टेंशन और हाई-टेंशन लाइनों की लंबाई भी काफी रहती है। आए दिन इनमें कोई न कोई खराबी आ जाती है। इसी को देखते हुए पावर कारपोरेशन ने बिजली उपकेंद्रों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है। एक बिजली घर के निर्माण में करीब ढाई से तीन करोड़ का खर्च आएगा। इसके अलावा इटौरा, नेवाजगंज, लालगंज और एम्स में 132 केवी बिजली उपकेंद्र के निर्माण की भी तैयारी है।
नगर में हो जाएंगे 10 बिजलीघर
विद्युत वितरण खंड प्रथम के अन्तर्गत आने वाले नगर क्षेत्र में ही तीन नए बिजली घर बनवाने की तैयारी है। एक उपकेंद्र पटेल नगर, दूसरा राजघाट तो तीसरा सब स्टेशन त्रिपुला में बनवाया जाएगा। खंड द्वितीय के गरीबगंज, नेवाजगंज, राही, सैदनपुर, सतांव, डिघौरा, गंगागंज, पुरवा पिडौर, बसंतपुर कठोइया, खंड लालगंज के निहस्था, अंबारा पश्चिम, सब्जी, खंड डलमऊ के थुलरई, करकसा, खंड सलोन के मऊ, रायपुर महेरी, पकसरावां, उसरी, ऊंचाहार के मोहद्दीन नगर, पयागपुर, विश्वनाथगंज, महराजगंज के इचौली, हरदोई, जोहवासर्की, रानीखेड़ा, लाही बार्डर और मऊगर्वी में नए बिजली घर बनेंगे।
बिजली आपूर्ति व्यवस्था को और भी बेहतर बनाने के लिए रीवैम्प्ड योजना के तहत नए उपकेंद्रों का निर्माण कराया जाएगा। इसका खाका खींच लिया गया है। योजना के धरातल पर उतरने के बाद बिजली की समस्या से काफी राहत मिलेगी।
-वाईएन राम, अधीक्षण अभियंता, पावर कारपोरेशन