सदर विधायक की दादी समेत छह की कोरोना से मौत
सदर विधायक की दादी सहित छह लोगों की कोरोना से मौत हो गई।
रायबरेली : सदर विधायक की दादी सहित छह लोगों की कोरोना से मौत हो गई। इनमें से दो लोग एम्स में और चार एल-2 फैसिलिटी सेंटर में भर्ती थे। हाल के दिनों के आंकड़े देखें तो मंगलवार को संक्रमण की रफ्तार घटकर लगभग आधी हो गई है। और अच्छी बात ये है कि पांच सौ के करीब कोरोना मरीज रिकवर हो गए हैं।
सदर विधायक अदिति सिंह की दादी को सांस लेने में तकलीफ होने पर एम्स में भर्ती कराया गया था। वहीं पर भर्ती 59 वर्षीय शख्स की भी संक्रमण से मौत हुई है। एल-2 में भर्ती देवगांव, जवाहर विहार, हरचंदपुर और जलालपुर बछरावां के लोगों की भी बीमारी से जान गई है। सक्रिय केस 2252 बचे हैं। लाकडाउन का असर संक्रमण पर पड़ता दिख रहा है। रोजाना संक्रमितों का आंकड़ा जो पांच सौ के पार पहुंच रहा था, वो अब घटकर दो सौ से नीचे आ गया है। ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डीएस अस्थाना ने बताया कि सुरक्षा नियमों का पालन करते रहें। जागरूकता और सतर्कता से हम इस बीमारी की जद में आने से बच सकते हैं। इम्युनिटी ठीक रखें। हो सके तो घरों पर ही रुकें। सूनी सड़कें गवाह, सामूहिक प्रयास से महामारी की जंग महामारी से जंग शुरू हो गई है। कोरोना की चेन तोड़ने की कोशिशें सिर्फ प्रशासनिक स्तर पर नहीं बल्कि लोगों के सामूहिक प्रयास से होने लगा है। महामारी से बचने को लोग घरों से नहीं निकल रहे हैं। इसकी गवाह क्षेत्र की सूनी पड़ी सड़कें हैं। कोरोना महामारी हर एक गांव पीडित है। सैकड़ों की संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं। इससे निपटने का एक मात्र जुगत है, घरों में रहना और नियमों का पालन करना। दूसरी लहर में काफी संख्या में लोग दम तोड़ रहे हैं। मौत का प्रतिशत लगातार बढ़ता है। महामारी से बचने के लिए इस बार लोग मनमानी नहीं कर रहे। उन्हें पुलिस का डर भी नहीं, लेकिन महामारी के भय से वह घरों में कैद है। पिछले वर्ष लॉकडाउन और बंदी के दिनों में शटर गिराकर कारोबार करने वाले व्यापारी भी इस बार घरों महफूज हैं। हर समय वाहनों की लंबी कतार से भरी सड़कें सूनी पड़ी हैं। प्रमुख बाजारों से लेकर बाजारों में सन्नाटा पसरा है। सड़क पर अति आवश्यक कार्य या अंतिम संस्कार के लिए गंगा घाट की ओर जाने वाले वाहन ही दौड़ रहे हैं। लॉकडाउन का अनुपालन कराने के लिए लगातार निरीक्षण कर रहा हूं। लोग महामारी की भयावह स्थिति को समझ स्वयं ही घरों में रह रहे हैं। महामारी को सामूहिक जागरूकता से आसानी से पराजित किया जा सकता है। विजय कुमार, उपजिलाधिकारी डलमऊ