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अंधेरे में डूबा रहा जिला, शहर से गांव तक कटौती

रायबरेली मंगलवार देर शाम बारिश होने के बाद बिजली विभाग के तमाम इंतजाम की पोल खुल गई। ब

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Jun 2022 11:42 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jun 2022 11:42 PM (IST)
अंधेरे में डूबा रहा जिला, शहर से गांव तक कटौती
अंधेरे में डूबा रहा जिला, शहर से गांव तक कटौती

रायबरेली : मंगलवार देर शाम बारिश होने के बाद बिजली विभाग के तमाम इंतजाम की पोल खुल गई। बारिश शुरू होने के साथ फाल्ट के नाम पर शुरू हुई कटौती पूरी रात जारी रही। शहर से लेकर गांव तक लोग उमस भरी गर्मी में परेशान रहे। जिला अस्पताल सहित कई संस्थान भी अंधेरे के चपेट में रहे। बुधवार शाम तक शहर के अधिकांश हिस्सों में समस्या जस की तस बनी रही। बारिश के साथ कहीं पावर ट्रांसफार्मर जला तो कहीं सीटी दग गई।

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देर शाम करीब सात बजे बूंदाबांदी शुरू हुई। इसी के साथ पूरा शहर अंधेरे में डूब गया। इसके बाद बिजली संकट ने नगरवासियों को घेर लिया। 33 केवी लाइन में खराबी के कारण रात करीब 7.30 से करीब 11 बजे तक पूरा तेलियाकोट उपकेंद्र बंद रहा। इसके बाद आपूर्ति बहाल हुई तो पता चला कि उपकेंद्र में लगा 10 एमवीए का ट्रांसफार्मर ही जल गया। नतीजा राजघाट, कैलाशपुरी, सुभाष चंद्र बोस नगर समेत इस ट्रांसफार्मर से पोषित अन्य इलाकों में बिजली किल्लत दूर नहीं हुई। 132 केवी उपकेंद्र अमावां में सीटी दगने के कारण आइटीआइ और गोरा बाजार उपकेंद्र की आपूर्ति पूरी रात ठप रही। आइटीआइ, जवाहर विहार, बालापुर, मलिकमऊ, रामजीपुरम, गोरा बाजार, कृष्णा नगर, रामविलास नगर समेत अन्य मुहल्लों में रात भर लोग सो नहीं सके। कर्मचारियों की टीम पूरी रात मरम्मत में जुटी रही। तब सुबह करीब पांच बजे बिजली मिली। इंदिरा नगर उपकेंद्र की आपूर्ति रात करीब नौ बजे से लेकर 11 बजे तक ठप रही। इसी तरह प्रगतिपुरम उपकेंद्र से जुड़े उपभोक्ता शाम 7.30 बजे से नौ बजे तक बिजली के लिए तरसते रहे।

इनसेट

पूरी रात घनघनाते रहे फोन, प्रशासन भी रहा हलाकान

बिजली संकट से सिर्फ आमजन ही नहीं, बल्कि प्रशासन भी हलाकान रहा। पूरी रात अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता, अवर अभियंता व उपकेंद्रों के फोन घनघनाते रहे। पावर कारपोरेशन से संतोषजनक जवाब न मिलने पर लोगों ने प्रशासन से शिकायतें शुरू कर दी। इसके बाद नगर मजिस्ट्रेट पल्लवी मिश्र व अन्य प्रशासनिक अधिकारी हरकत में आए।

इनसेट रात में नींद उड़ी, सुबह पानी का संकट सुभाष चंद्र बोस नगर निवासी अभिषेक अवस्थी, कैलाशपुरी के संजय सिंह, राजघाट की मालती देवी और सुरजूपुर के सुभाष मिश्र ने पावर कारपोरेशन के खिलाफ नाराजगी जताई। कहा कि कमजोर हो चुके इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के नाम पर अधिकारी सिर्फ खानापूरी कर रहे हैं। यही कारण है कि हल्की बारिश से तेज हवा में व्यवस्था चरमरा जाती है। शहर में लोग बिजली के अभाव में पीने के पानी के लिए भी तरस गए।


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