डेढ़ साल में बदहाल हुआ छह लाख से बना सामुदायिक शौचालय
रायबरेली: खीरों में ग्राम पंचायत देवगांव में छह लाख की लागत से बना सामुदायिक शौचालय डेढ़ साल में ही बदहाल हो गया। छह महीने पहले इसकी फर्श धंस गई थी, लेकिन ग्राम पंचायत सचिव ने मरम्मत नहीं कराई। इसके कारण आमजन को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
सामुदायिक शौचालय की बदहाली से ग्रामीणों में नाराजगी है। गांव के लाल बहादुर सिंह, राहुल सिंह, सुरेंद्र सिंह, मुकेश सिंह, नन्हकऊ ने बताया कि अक्टूबर-2020 में इस सामुदायिक शौचालय का निर्माण हुआ था। करीब छह लाख रुपये इस पर खर्च किए गए थे। काम पूरा होने के बाद स्वयं सहायता समूह को इसकी देखरेख की जिम्मेदारी दे दी गई। करीब ड़ेढ साल तो सब कुछ ठीक रहा। इसके बाद धीरे-धीरे सामुदायिक शौचालय की स्थिति खराब होती गई। मिट्टी के साथ शौचालय की फर्श और सीटें भी धंस गईं हैं। पानी की टोटियां टूट गई हैं। इसके कारण लोगों ने शौचालय का प्रयोग बंद कर दिया।
कागजों पर दिखा रहे संचालित
ग्रामीणों का कहना है कि समूह को जिम्मेदारी सौंप कर ग्राम पंचायत के सचिव ने सामुदायिक शौचालय से पीछा ही छुड़ा लिया। कभी यह भी देखना उचित नहीं समझा कि इनकी दशा क्या है। ब्लाक के अधिकारी भी कागजों पर शौचालय का संचालित दिखा रहे हैं। जबकि बदहाली के कारण छह महीने से यह बंद है। ग्राम पंचायत के सचिव अमर बहादुर सिंह का कहना है कि शौचालय की बदहाली की जानकारी नहीं थी। अब उनका तबादला हो गया है।
शौचालय की फर्श धंसने की जानकारी नहीं है। इसे दिखवाया जाएगा। मरम्मत के साथ ही लापरवाहों पर कार्रवाई भी होगी।
कमलेश कुमार, एडीओ पंचायत, खीरों