हाई प्रोफाइल ड्रामे के बाद सील हुई जिला पंचायत की कैंटीन
नियमों के विपरीत निर्माण पर काम बंद करने के दिए थे आदेश बिना अनुमति करा दिया उद्घाटन
रायबरेली : हाथी पार्क में नियमों के विपरीत जिला पंचायत द्वारा बनवाई गई कैंटीन बुधवार को हाई प्रोफाइल ड्रामे के बाद सील हो गाई। हालांकि, अंतिम क्षण तक इसे टालने की कोशिश हुई। जब मामला बिगड़ता दिखा तो आनन-फानन पहुंची प्राधिकरण की टीम ने कार्रवाई कर दी।
हाथी पार्क में जिला पंचायत की ओर से दो मंजिला कैंटीन बनवाई गई है। हालांकि, यहां पर पहले से ही एक कैंटीन बनी थी। तब भवन एक मंजिल का था, अब दो तल की इमारत खड़ी कर दी गई। इसे लेकर कई महीने पहले जमकर बवाल मचा था। भाजपा नेता संतोष पांडेय व अन्य लोग कई दिन धरने पर बैठे रहे। जिसके बाद जिला पंचायत को काम बंद करना पड़ा था। आरडीए ने भी इमारत का चालान कर दिया था। इसके बाद जिला पंचायत की ओर से कंपाउंडिग के लिए आवेदन किया था, लेकिन अभी यह प्रक्रिया पूरी नहीं हुई थी। बल्कि सख्त आदेश दिए गए थे कि बिना कंपाउंडिग परिसर में कोई काम न किया जाए। इसी बीच बुधवार को एकाएक इसी भवन में कैंटीन खुल गई। जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह के साथ अपर मुख्य अधिकारी जीके सिंह पहुंचे और उद्घाटन की औपचारिकता निभाई। इसका पता चला तो भाजपा नेता मौके पर पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। अफसरों से बात की और कार्रवाई न होने पर आत्मदाह की चेतावनी दी। इसके बाद आरडीए के प्रभारी सचिव बीपी मौर्य, एई एम. अहमद, जेई धनेश कुमार, धर्मेंद्र सिंह, विनय श्रीवास्तव पहुंचे और इमारत सील कर दी इनसेट
बिना कंपांउडिग नहीं हो सकता संचालन
जब तक निर्माण कंपांड नहीं होता, तब तक उसका उपयोग नहीं किया जा सका। जिला पंचायत को काम रोकने के लिए कहा भी गया था। इसके बाद भी बिना कंपाउंडिग कराए, कैंटीन खोल दी। इसलिए उसे सील कर दिया गया है।प्रभारी बीपी मौर्य
प्रभारी सचिव, आरडीए
नीचे की मंजिल है वैध
नीचे की मंजिल वैध है। इसलिए उसमें कैंटीन का टेंडर कराया गया था। जिला पंचायत अध्यक्ष ने उद्घाटन भी किया। विरोध के बाद कैंटीन बंद कर दी गई है।
जीके सिंह
अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत