आरोपित के कॉलेज पर टूटी भीड़, पथराव व आगजनी
ऊंचाहार (रायबरेली): बाबा का पुरवा में विवादित जमीन की बाउंड्री सरकारी आदेश पर गिराने क
ऊंचाहार (रायबरेली): बाबा का पुरवा में विवादित जमीन की बाउंड्री सरकारी आदेश पर गिराने के बाद शाम को भीड़ ने एक आरोपित के स्कूल पर धावा बोल दिया। पुलिस ने खदेड़ा तो भीड़ और भी उग्र हो गई। सुरक्षा बल के ऊपर पथराव भी हुआ। जिसमें एक सिपाही के चुटहिल होने की बात कही जा रही है। आगजनी भी की गई।
बताते हैं कि दोपहर में राम जानकी मंदिर में अफसरों से वार्ता के बाद जब विवादित कॉलेज की जमीन गिराने का आश्वासन मिला, वैसे ही कुछ लोग जमीन के पास पहुंच गए। वहां खुद बाउंड्री गिराने लगे। इसी बीच पुलिस टीम और अफसर पहुंचे और लोगों को खदेड़ा। इसके बाद जेसीबी से दीवार गिराई। इसके बाद देर शाम एक बार फिर भीड़ उग्र हुई। लोग आरोपित बीएन मौर्य के कॉलेज पहुंचे और तोड़फोड़ की कोशिश की। मगर, एएसपी शशिशेखर ¨सह पुलिस के साथ मौजूद थे। उन्होंने लोगों को भगाया। इसमें लोग पथराव करने लगे। आग भी लगाई। किसी तरह पुलिस ने सभी को वहां से भगाया। पत्थरबाजी में एक सिपाही के जख्मी होने की बात कही जा रही है।
लटकने से हुई मौत, जहर का भी अंदेशा
रायबरेली : प्रेमदास के शव के पोस्टमार्टम में लटकने से मौत होना बताया गया है। सीएमओ डॉ. डीके ¨सह ने पहले तो कहा कि ये सुसाइड है। उनसे सवाल हुआ कि क्या आत्महत्या या फिर फंदे पर लटकने से मौत? उन्होंने इसे और स्पष्ट करते हुए कहा कि लटकने से ही मौत के लक्षण मिले हैं। हां ¨जदा लटकने से ही जान गई है। जहर या नशीली वस्तु का भी अंदेशा है। नाखून को डीएनए परीक्षण के लिए सुरक्षित रख लिया गया है।
संपर्क से दूर हुए अफसर
रायबरेली : दिन भर भीड़ और उनके सवालों से जूझने के बाद अफसरों ने देर शाम अपने सीयूजी फोन बंद कर लिए। डीएम से लेकर एसपी तक लगभग ज्यादातर अधिकारियों के फोन या तो बंद बता रहे थे या फिर पहुंच से बाहर थे। लोगों का कहना है कि जवाबदेही से बचने की खातिर ऐसा किया गया। वरना, इस समय जहां माहौल गर्म है, उस समय अफसरों का संपर्क से दूर रहना कहां तक ठीक है।
पंचशील के बगल में विवादित भूखंड पर देर रात अन्त्येष्टि
रायबरेली : जिस भूमि को लेकर राम जानकी मंदिर ट्रस्ट से विवाद था, प्रेमदास की समाधि उसी भूखंड पर देर रात बनाए जाने की तैयारी हो गई। पोस्टमार्टम के बाद उनका शव ले जाया गया। सुरक्षा के मद्देनजर पूरा प्रशासनिक अमला साथ-साथ रहा।