गांव, कस्बे और नगर-डगर में शांति की अपील
रायबरेली सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अयोध्या मामले में फैसला सुनाए जाने के बाद शहर ही नहीं बल्कि
रायबरेली : सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अयोध्या मामले में फैसला सुनाए जाने के बाद शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीणअंचल में शांति व्यवस्था के लिए पुलिस और प्रशासनिक टीम मुस्तैद रही।
एसडीएम सलोन आशीष कुमार सिंह ने पुलिस के साथ परशदेपुर कस्बे के साकेत नगर चौराहे से कटरा बाजार, जिल्ला बाजार, मुख्य चौराहा, अंसार चौक होते हुए मटियारा चौराहे तक फ्लैग मार्च किया। नगर पंचायत नसीराबाद में भी मार्च कर शांति बनाए रखने की अपील की गई। इस दौरान चौकी प्रभारी ब्रजपाल सिंह, एसआइ संतोष कुमार, आबकारी निरीक्षक दीपिका शुक्ला, सेक्टर मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार आदि मौजूद रहे। डीह में एसडीएम सलोन, आबकारी निरीक्षक देविका शुक्ला, थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने डीह कस्बा व रोखा गांव में गली-गली भ्रमण किया। महाराजगंज में सुबह सात बजे ही कोतवाली प्रभारी लालचंद्र सरोज व बीईओ पदम शेखर मौर्य की अगुवाई में
कस्बा समेत संवेदनशील व अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस बल ने गश्त की। क्षेत्र के संवेदनशील गांव मऊ, मोन, पहरेमऊ, चंदापुर, कोटवा मदनिया, सलेथू समेत दर्जनों गांव में पुलिस ने भ्रमण किया। बहरहाल किसान खेती-बाड़ी के कार्यों में मस्त दिखाई पड़े। वहीं उप जिलाधिकारी विनय कुमार सिंह व क्षेत्राधिकारी विनीत कुमार सिंह तहसीलदार विनोद कुमार सिंह अलग-अलग टीमों के साथ गांव पर नजर रखे रहे।
लालगंज में अल्पसंख्यक बहुल गांव सेमरपहा में पुलिस की निगाहें भले लगी रही हों, लेकिन वहां अयोध्या मंदिर फैसला आने से पहले से लेकर बाद तक शांतिपूर्ण माहौल रहा। सुबह से ही क्षेत्र पुलिस छावनी बना नजर आया। एसडीएम जीतलाल सैनी, सीओ लक्ष्मीकांत गौतम व कोतवाल विनोद कुमार सिंह की अगुवाई में पुलिस बल ने सुबह से कई बार नगर में पैदल मार्च किया। पुलिस ने नगर के प्रमुख मार्गाें समेत गलियों तक में मार्च किया। मुस्लिम त्योहार को लेकर मौलाना मोहम्मद असलम समेत मो. अबरार, रफीक आदि से मुलाकात कर जरूरी निर्देश दिए।