रास्ते के विवाद में हमला, युवक की मौत
फरीदपुर में गुरुवार की शाम हुई घटना शुक्रवार को जिला अस्पताल में तोड़ा दम
रायबरेली : जमीनी विवाद में गुरुवार को एक युवक पर लाठी-डंडे से हमला कर दिया गया। मरणासन्न हालत में परिवारजन उसे सीएचसी ले गए। वहां से उसको जिला अस्पताल भेजा गया, जहां इलाज के दौरान शुक्रवार की सुबह उसने दम तोड़ दिया।
फरीदपुर गांव निवासी राम अभिलाष ने अपनी भूमि पर तार बांध रखे थे, ताकि बेसहारा पशु न आ सकें। आरोप है कि पड़ोस के एक व्यक्ति ने बल्लियों में बंधे इन तारों को उखाड़कर फेंक दिया था। इसी बात को लेकर गुरुवार की शाम विवाद हुआ। लाठी-डंडों से लैस पड़ोसियों ने रामअभिलाष पर हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद हालत चिताजनक देख डॉक्टरों ने उसको जिला अस्पताल रेफर कर दिया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। कोतवाल विनोद कुमार सिंह ने घायल के दम तोड़ने की पुष्टि की। बताया कि मामले में गांव के ही सुरेंद्र पासवान और उसकी पत्नी रानी के विरुद्ध रिपोर्ट दर्जकर जांच की जा रही है।
शांतिभंग की आशंका की पत्रावली जिला जज कोर्ट में तलब रायबरेली : सिविल लाइंस भूमि विवाद मामले में नगर मजिस्ट्रेट द्वारा जारी कारण बताओ नोटिस को शुक्रवार को जिला जज के न्यायालय मे चुनौती दी गई। शासकीय अधिवक्ता को मौका देते हुए आठ दिसंबर की तिथि बहस के लिए नियत की गई है।
नगर मजिस्ट्रेट द्वारा सिविल लाइंस भूमि प्रकरण में 21 नवंबर को रईस अहमद समेत 110 लोगों के खिलाफ शांति भंग की आशंका जताते हुए नोटिस जारी किया गया था। नोटिस वापस लेने के लिए रईस अहमद, महबूब, सुरेश कुमार मौर्य, श्यामलाल शर्मा, मनोज खटवानी, शाहने आलम आदि 12 लोगों ने कोर्ट में अर्जी दाखिल की। बताया कि नोटिस में मृतक देवी चरन, शकील अहमद व विदेश में रह रहे ऐहसानुल हक का नाम भी शामिल है। इतना ही नहीं, याची श्यामलाल की उम्र 21 वर्ष व उसके बेटे दिनेश की उम्र 30 वर्ष दर्शाई गई है। इसी प्रकार मुकेश व उसके पिता चंद्रबली की उम्र 18 साल मात्र परेशान करने के लिए दर्शाया गया है। जिला जज अब्दुल शाहिद ने याचिका स्वीकार करते हुए सुनवाई के लिए आठ दिसंबर की तिथि तय की है।