अमेरिका ने भेजी चिकित्सीय सामग्री, एम्स में भर्ती रोगियों को मिलेगी सहूलियत
- स्वास्थ्य मंत्रालय ने भेजे 50 ऑक्सीजन सिलिडर और कंसंट्रेटर लगभग एक लाख फेस मास्क
रायबरेली : कोरोना संक्रमितों के इलाज में मदद के लिए विदेशों से भी मदद मिलने लगी है। अमेरिका की ओर से भेजी गई चिकित्सीय सामग्री हाल ही में स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एम्स को सौंपी गई है। लेवल थ्री में भर्ती संक्रमितों के लिए ये राहत भरी खबर है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान को 50 ऑक्सीजन सिलिडर, 50 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, एक हजार गाउन और 95500 मास्क मिले हैं। ये सभी मेड इन अमेरिका है। जर्मनी से मिली चिकित्सीय सामग्री भी जल्द ही यहां आने की उम्मीद है। अभी तक जो राहत सामग्री मिली है, उससे ऑक्सीजन की कमी वाले मरीजों को खासी सहूलियत मिलेगी। साथ ही गाउन और मास्क चिकित्सीय टीम का संक्रमण से बचाव करेंगे। एम्स को मिले उपकरण उच्च गुणवत्ता वाले बताए जा रहे हैं।
कंसंट्रेटर से सामान्य रोगियों का होगा भला
जिन मरीजों को पांच से छह किलो प्रति घंटा ऑक्सीजन की दरकार होगी, उनके लिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर काफी मददगार होंगे। प्राणरक्षक की उपलब्धता को लेकर ऊहापोह की स्थिति रहती है। ऐसी स्थिति में कंसंट्रेटर काफी मददगार साबित हो सकते हैं।
प्रशासन ने उपलब्ध कराए 17 सिलिडर
एम्स प्रबंधन को 17 ऑक्सीजन सिलिडर जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए हैं। सिलिडर रिफिलिग के लिए सुबह-सुबह भागमभाग की स्थिति अब नहीं होगी। रिजर्व में ऑक्सीजन रहने से गंभीर रोगियों के इलाज में सहूलियत मिलेगी।
रायबरेली : एम्स प्रबंधन को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एक हजार रेमडिसिवर इंजेक्शन भी उपलब्ध कराए गए हैं। साथ ही इंजेक्शन की और उपलब्धता की बात कही गई। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी समीर शुक्ल ने बताया कि हॉस्पिटल में रेमडिसिवर पर्याप्त मात्रा में है।
वर्जन, एम्स को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से चिकित्सीय सामग्री मिली है, जोकि उच्च गुणवत्ता की है। आगे और भी सामग्री आने की उम्मीद है।
डॉ. अरविद राजवंशी, निदेशक एम्स