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कोतवाल के बाद दो दारोगा और निलंबित, मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश

पुलिस हिरासत में युवक की मौत का मामला पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में नहीं मिले चोट के निशान देर रात डीएम और एसपी ने लालगंज जाकर की तहकीकात एएसपी भी करेंगे प्रकरण की जांच

By JagranEdited By: Published: Mon, 31 Aug 2020 11:44 PM (IST)Updated: Mon, 31 Aug 2020 11:44 PM (IST)
कोतवाल के बाद दो दारोगा और निलंबित, मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश
कोतवाल के बाद दो दारोगा और निलंबित, मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश

रायबरेली : पुलिस हिरासत में युवक की तबीयत बिगड़ने और फिर इलाज के दौरान उसकी मौत के मामले में रविवार देर रात कोतवाल और फिर सोमवार को दो अन्य दारोगा भी निलंबित कर दिए गए। इन दोनों सब इंस्पेक्टर पर लगे आरोपों की जांच एएसपी करेंगे। जबकि, डीएम ने एडीएम प्रशासन को मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। उधर, युवक की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चोट के निशान नहीं मिले हैं। देर शाम सई तट पर उसका अंतिम संस्कार करा दिया गया।

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बाइक चोरी के शक में पुलिस ने लालगंज के पूरे बैजू मजरे बेहटा कला निवासी मोहित को 26 अगस्त की रात हिरासत में लिया था। रविवार की सुबह उसी की तबीयत बिगड़ गई थी। जिसकी जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इसी मामले में मोहित के घरवाले व गांव के लोग आक्रोशित होकर कोतवाली पहुंच गए थे। जिस पर जमकर हंगामा हुआ था। रविवार की देर रात डीएम वैभव श्रीवास्तव और एसपी स्वप्निल ममगाईं भी वहां जांच करने पहुंचे थे। तभी प्रथम दृष्टया दोषी मिलने पर कोतवाल हरिशंकर प्रजापति को निलंबित कर दिया गया। उधर, जिलाधिकारी ने भी पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाते हुए एडीएम राम अभिलाष को मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिए।

पहले डीएम से मिला परिवार, फिर हुआ पंचनामा

सुबह मृतक मोहित की मां राजवती, भाई सोनू व अन्य परिवार के लोग डीएम से मिले। जिलाधिकारी ने उन्हें पांच लाख रुपये आर्थिक सहायता प्रशासनिक स्तर से व पांच लाख शासन से दिलाने का आश्वासन दिया। साथ ही दोषियों पर कार्रवाई की बात भी कही। जिसके बाद परिवार के लोग जिला अस्पताल आए। यहां करीब एक बजे मोहित का पंचनामा भरा गया। फिर उसका शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजी गई।

तीन डॉक्टरों का पैनल और वीडियोग्राफी

मामला संवेदनशील होने के चलते तीन डॉक्टरों का पैनल बनाकर मोहित का पोस्टमॉर्टम कराया गया। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई। पुलिस के मुताबिक मोहित के शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले हैं। मौत का कारण स्पष्ट नहीं है, इसीलिए विसरा सुरक्षित किया गया है। फिर देर शाम शहीद स्मारक के निकट सई नदी के किनारे श्मशान घाट पर उसका दाह संस्कार करा दिया गया। माहौल शांतिपूर्ण रहे, इसलिए अंतिम संस्कार के दौरान उसके परिवार के लोगों को ही रोका गया।

आरोपित दारोगाओं पर कार्रवाई

मोहित की मां राजवती ने कोतवाली के दो दारोगा जेपी यादव और अरविद मौर्या के खिलाफ तहरीर दी थी। एसपी ने सोमवार को उन दोनों को निलंबित कर दिया है। इस मामले की जांच एएसपी नित्यानंद राय को सौंपी गई है। उनकी रिपोर्ट पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।


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