सेक्टर अधिकारियों पर गिरी गाज, 10 का रोका वेतन
जिलाधिकारी ने बैठक में नदारद रहने पर नाराजगी जताते हुए विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए।
रायबरेली : डीएम की बैठक में सेक्टर अधिकारियों को लापरवाही बरतना भारी पड़ गया। मौके पर गायब मिले 10 अधिकारियों के जून माह का वेतन रोक दिया गया है। वहीं संबंधित विभागाध्यक्षों को विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि वर्तमान समय कोरोना को गंभीरता के प्रति सचेत होने की है। अन्यथा अप्रिय घटना में देर नहीं लगेगी।
बचत भवन में अधिकारियों के साथ बैठक में जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने आवश्यक दिशा निर्देश दिए। कहा कि सेक्टर आधिकारी और निगरानी समितियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। वह अपने-अपने क्षेत्रों में 65 साल से अधिक आयु, 10 वर्ष के छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाओं, जुखाम, बुखार, खांसी, गले में खराश, सांस लेने में दिक्कत आने वाले व्यक्तियों पर विशेष ध्यान रखे। प्रतिदिन रिपोर्ट तैयार करें। उन्होंने अधिकारी से कड़े लफ्जों में चेताया कि यह समय अनावश्यक छुट्टी लेने, घूमने फिरने का नहीं है बल्कि गंभीरता और जिम्मेदारियों को समझने का है।
डीएम ने ऊंचाहार के एक दंपती के कोरोना संक्रमित होने और पति की मृत्यु होने पर संबंधित निगरानी कमेटी और सेक्टर अधिकारी-सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं ग्राम प्रधान की कार्यशैली पर नाराजगी जताई। कहा कि पहले से ध्यान दिया जाता तो समय से इलाज हो जाता। संबंधित से स्पष्टीकरण मांगने को कहा। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल, एडीएम प्रशासन राम अभिलाष, एडीएम प्रेम प्रकाश उपाध्याय, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय कुमार शर्मा आदि मौजूद रहे।