एसटीएफ ने किया नकली शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़, सात लोग गिरफ्तार Raebareli News
एसटीएफ ने जहरीली शराब बनाने वाले दो कारखानों का राजफाश किया और इस धंधे में शामिल सात लोगों को भी पकड़ा है।
रायबरेली, जेएनएन। लखनऊ स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने रविवार को ताबड़तोड़ छापेमारी कर नकली शराब बनाने के गोरखधंधे का भंडाफोड़ किया है। टीम ने न सिर्फ जहरीली शराब बनाने वाले दो कारखानों का राजफाश किया, बल्कि इस धंधे में शामिल सात लोगों को भी पकड़ा है। अवैध शराब के खिलाफ चले अभियान में पुलिस के लिए यह एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।
एसटीएफ को भदोखर थाना क्षेत्र में नकली शराब फैक्ट्री होने की सूचना मिली थी। इस पर एसटीएफ इंस्पेक्टर विमल गौतम अपनी टीम के साथ रविवार को रायबरेली पहुंचे। टीम ने टिकरा बाजार, पालेसर चौराहा और फत्तेपुर मोहलिया में छापेमारी की। टिकरा बाजार के पास एक वाहन से नकली शराब बरामद हुई थी, जबकि शेष दोनों जगहों पर एक-एक मकान में टीम ने दबिश दी। यहां भारी मात्रा में स्प्रिट, यूरिया, शराब की खाली बोतलें व अन्य सामान बरामद हुआ। बरामद सामान की कीमत करीब तीन करोड़ बताई जा रही है। तीनों स्थानों से पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है। अवैध शराब के इस कारोबार के राजफाश में एसटीएफ के साथ भदोखर थानाध्यक्ष जेपी यादव के साथ उनकी टीम और आबकारी विभाग के अफसर भी शामिल रहे।
ये धंधेबाज चढ़े एसटीएफ के हत्थे
एसटीएफ ने जिन्हें पकड़ा है उनमें सूरज लाल निवासी ऊंचाहार, बृजेश कुमार निवासी भदोखर, सूर्य भान सिंह निवासी भदोखर, रत्नेश मिश्रा अमरेशपुरी नगर कोतवाली, रामतीरथ यादव मनेहरु थाना भदोखर, धर्मेन्द्र कुमार निवासी मनेहरु, राहुल कुमार चक सिरहरा थाना भदोखर शामिल हैं।
5750 लीटर स्प्रिट हुई बरामद
एसटीएफ और पुलिस ने छापेमारी के दौरान 5750 लीटर अवैध स्प्रिट, 24800 खाली शीशियां, अलग-अलग रंग के 35400 ढक्कन, एक पैकिंग मशीन, चार बंडलों में 110010 क्यूआर कोड, मस्तीह ब्रांड के 63000 लेबल, 700 पउवा तैयार मस्तीह ब्रांड की शराब, एक कार, दो बाइकें पुलिस ने बरामद की हैं।
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