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32 लेखपाल और निलंबित, हड़ताल बदस्तूर जारी

रायबरेली आठ सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे लेखपालों पर प्रशासन लगातार कार्रवा

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Dec 2019 11:37 PM (IST)Updated: Sun, 22 Dec 2019 06:05 AM (IST)
32 लेखपाल और निलंबित, हड़ताल बदस्तूर जारी
32 लेखपाल और निलंबित, हड़ताल बदस्तूर जारी

रायबरेली : आठ सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे लेखपालों पर प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है। शनिवार को भी 32 लेखपाल निलंबित कर दिए गए। बावजूद इसके, कर्मियों का कार्य बहिष्कार जारी है। लेखपाल संघ के मुताबिक प्रदेश नेतृत्व जल्द ही हाईकोर्ट जाकर न्याय के लिए अपना पक्ष रखेगा।

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दस दिसंबर से लेखपाल हड़ताल कर रहे हैं। 13 दिसंबर को उनकी हड़ताल शासन द्वारा असंवैधानिक घोषित कर दी गई। जिसके बाद से लगातार लेखपालों को काम पर लौटने की चेतावनी दी जा रही है। मगर, वे अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। इधर, प्रशासन लगातार कार्रवाईयां कर रहा है। पहले लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष राजपाल समेत सभी छह तहसील संघ के अध्यक्षों को निलंबित कर दिया गया। फिर उनके जिलाध्यक्ष और सलोन, डलमऊ, सदर, महराजगंज के तहसील संघ के अध्यक्ष बर्खास्त कर दिए गए। ऊंचाहार के एक लेखपाल शुक्रवार को निलंबित किए जा चुके हैं। मगर, इस बीच सबसे बड़ी कार्रवाई शनिवार को हुई है। हालांकि लेखपाल अभी भी संघ भवन में रोजाना हड़ताल कर रहे हैं।

इन पर हुई कार्रवाई

सलोन तहसील में तैनात लेखपाल अमित कुमार पांडेय, दीपक कुमार, प्रशांत कुमार मिश्र, जीतेंद्र कुमार, प्रमोद कुमार, कुलदीप सिंह, सदर तहसील के सुनील कुमार निगम, हरि प्रकाश त्रिवेदी, राम सजीवन, उमेश दीक्षित द्वितीय, राम अनुज दीक्षित, महेश प्रसाद सोनकर और प्रवीण श्रीवास्तव, महराजगंज के छब्बू राम, अभिषेक पटेल, गंभीर सिंह और अजय चौधरी, डलमऊ से शिवम सिंह राठौर, लालगंज से छोटेलाल, प्रियम पांडेय, मो. अमीन, राजकुमार पाल, आनंद वर्मा, संजय, आलोक सिंह चौहान, ऊंचाहार के विनोद कुमार मौर्य, अजय सिंह, श्याम लाल, पंकज वर्मा, चक्रपाणि द्विवेदी, प्रमोद कुमार गुप्ता पर निलंबन की कार्रवाई की गई है।

कोट

पूरे प्रदेश में हड़ताल पर बैठे लेखपालों पर कार्रवाई की जा रही है। हमारी मांगों को पूरा कराने और उक्त कार्रवाई के खिलाफ हाईकोर्ट में जाने का निर्णय प्रदेश नेतृत्व ले चुका है। हमारी हड़ताल तब तक जारी रहेगी, जब तक संघ के उच्च पदाधिकारी कोई निर्णय नहीं लेते।

-राजपाल यादव, जिलाध्यक्ष लेखपाल संघ कोट

बर्खास्तगी, निलंबन के साथ ही हड़ताली लेखपालों पर नो वर्क नो पे की कार्रवाई की गई है। अगर वे काम पर नहीं लौटते तो उनके खिलाफ नोटिस के बाद कार्रवाई की जाएगी।

-राम अभिलाष, अपर जिलाधिकारी


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