एम्स में एमबीबीएस के लिए अब तक 30 पंजीकरण
रायबरेली एम्स दरियापुर में हॉस्पिटल शुरू होने में भले ही देरी हो रही हो पर यहां एम
रायबरेली : एम्स दरियापुर में हॉस्पिटल शुरू होने में भले ही देरी हो रही हो, पर यहां एमबीबीएस की पढ़ाई इसी सत्र में शुरू होने जा रही है। एडमिशन के लिए पहली और दूसरे काउंसिलिग में अब तक 30 छात्र पंजीकरण करा चुके हैं। पहले सत्र में 50 छात्रों को प्रवेश दिया जाना है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में प्रवेश के लिए पहली काउंसिलिग से एक से चार जुलाई तक चली। इस दौरान 22 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराकर एडमिशन की प्रारंभिक प्रक्रिया पूरी कर ली। दूसरी काउंसिलिग 23 से 26 जुलाई तक होनी है। इसमें दो दिनों में आठ छात्रों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है। इसके बाद भी दो काउंसिलिग होंगी, मगर यहां महज 50 सीट ही हैं। आवासीय परिसर में कक्षाएं चलाने के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। वहीं पर लैब का काम भी हो रहा है। सत्र 2019-20 में यहां पढ़ाई शुरू हो जाएगी। इसके लिए पीजीआइ चंडीगढ़ और एम्स दिल्ली से कई बार अधिकारियों की टीम यहां निरीक्षण करने आ चुकी है। इसके इतर, एक बात जो सबसे ज्यादा चौंकाने वाली है, वह ये है कि इतने बड़े संस्थान में प्रवेश के लिए छात्रों का रुझान कम दिख रहा है। वरना यहां तो एक बारगी सारी सीटें भर जाती हैं, लेकिन दूसरी काउंसिलिग के दो दिन गुजरने के बाद भी 20 सीटें अभी तक रिक्त हैं।
एम्स के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी समीर शुक्ल ने बताया कि एम्स क्लासेज शुरू करने के लिए स्थानीय स्तर पर तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों की नियुक्ति दिल्ली एम्स से होगी। वही यहां पर छात्रों को चिकित्सा विधा में पारंगत बनाएंगे।
हॉस्पिटल और कॉलेज के लिए इंतजार : पहले फेज में एम्स का आवासीय परिसर बनकर तैयार हुआ। दूसरे फेज में एक साथ हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य चल रहा है। वर्ष 2020 में ये बिल्डिग तैयार होकर एम्स प्रबंधन को हैंडओवर कर दी जाएगी। ऐसी संभावना है। एम्स खुलने में लगभग तीन साल का विलंब हुआ है। अगर समय से बजट मिलता तो शायद यहां अब तक चिकित्सा सेवाएं मिलनी भी शुरू हो जातीं।