अव्यवस्थाओं से जूझ रहा राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय
संवादसूत्र, डलमऊ : ग्रामीणों को समय पर चिकित्सा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से नौ वर्ष पूर्व बनाए गए रा
संवादसूत्र, डलमऊ : ग्रामीणों को समय पर चिकित्सा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से नौ वर्ष पूर्व बनाए गए राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय कर्मचारियों के अभाव में बदहाल है। चिकित्सालय भवन विभागीय उपेक्षा व रख रखाव के आभाव में दिन ब दिन जर्जर होता जा रहा है और विभागीय अधिकारी समस्याओं से अंजान बने हुए हैं। डलमऊ विकास खंड क्षेत्र के न्यू राधा नगर स्मार्ट सिटी बाजार भीमगंज मजरे खलीलपुर व संतपुर में स्थित राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय भवन विभागीय उपेक्षा के कारण अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। इस अस्पताल की स्थापना 9 वर्ष पूर्व हुई थी। निर्माण के दौरान चिकित्सालय के अतिरिक्त बाउंड्री वाल का भी निर्माण होना था। निर्माण एजेन्सी व विभागीय अधिकारियों की मिली भगत से बाउन्ड्री वाल का निर्माण आज तक नहीं हो सका। गांव में राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय के निर्माण के लिए ग्राम सभा की ओर 12 बिस्वा भूमि आवंटित की गई थी। इस पर बाउंड्री वाल न होने से धीरे-धीरे ग्रामीण अपना कब्जा जमाते जा रहे है। राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय भीमगंज में 4 पद स्वीकृत हैं। इनमें मुख्य चिकित्सक पद 1, फॉर्मासिस्ट पद 1, वार्ड ब्वाय पद 1, स्वीपर पद 1 की तैनाती की गई थी। लेकिन समय के साथ-साथ चिकित्सालय में पद रिक्त होते चले गए। वर्तमान में सिर्फ चिकित्सक के ही सहारे राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय का संचालन किया जा रहा है। कमोवेश यही स्थित संतपुर स्थित राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय की भी है। कर्मचारियों की कमी से जूझ रहे उक्त राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालयों में ग्रामीणों को समुचित उपचार नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीण संदीप चौधरी, शीतला प्रसाद, सुशील शर्मा, आकाश कुमार आदि ने बताया कि कर्मचारियों के न होने से उक्त चिकित्सालयों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है।तैनात चिकित्सक डा. जेपी यादव ने बताया कि चिकित्सालय की भूमि पर हो रहे कब्जे को लेकर समय समय पर उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया जाता है। भूमि को सुरक्षित करने के लिए कई बार बाउंड्री वाल के निर्माण को लेकर पत्राचार किया जा चुका है। चिकित्सालय में रिक्त पदों की जानकारी विभाग को उपलब्ध करा दी गयी है। विभाग से कर्मियों की तैनाती होते ही चिकित्सालयों की स्थित में सुधार होगा।