सुधरे हालात, एनटीपीसी में 1200 मेगावाट का उत्पादन
ऊंचाहार बिजली संकट से जूझ रहे उत्तर भारत की स्थितियां धीरे-धीरे सुधरने
ऊंचाहार : बिजली संकट से जूझ रहे उत्तर भारत की स्थितियां धीरे-धीरे सुधरने लगी है। एनटीपीसी की ऊंचाहार परियोजना में लगातार बिजली का उत्पादन बढ़ रहा है। वहीं, कोयले की आपूर्ति शुरू होने का असर दिखने लगा है। वर्तमान में 1200 मेगावाट उत्पादन हो रहा है। एनटीपीसी के छह नंबर यूनिट शुरू होने से सुधरने लगे हालात।
एनटीपीसी परियोजना में पिछले चार दिनों से लगातार बिजली उत्पादन में सुधार हो रहा है। मंगलवार की शाम को चालू की गई 500 मेगावाट की युनिट नंबर छह को गुरुवार को चार सौ मेगावाट के भार पर चलाया जा रहा था। वहीं अन्य संचालित चार इकाइयों में करीब आठ सौ मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। इस बीच बंद चल रही 210 मेगावाट की यूनिट नंबर दो में मरम्मत का काम तेजी से कराया जा रहा है। उधर, एनटीपीसी ने बिजली उत्पादन तो बढ़ा दिया है, लेकिन कोयले की आपूर्ति में मामूली सुधार ही हुआ है। हालांकि चार दिनों से प्रतिदिन कोयले की पांच रैक आ रही है। यह उसी दिन समाप्त हो जा रही है। ऐसे में किसी दिन रैक आने में गड़बड़ी हुई तो उत्पादन पर भी असर पड़ सकता है। हालांकि, एनटीपीसी प्रबंधन कोयला का आयात बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है।
एनटीपीसी के जनसंपर्क अधिकारी कोमल शर्मा ने बताया कि परियोजना द्वारा पांचों यूनिटों को उनकी पूरी उत्पादन क्षमता पर चलाकर बिजली समस्या को दूर करने का प्रयास जारी है। पर्याप्त मात्रा में प्रतिदिन कोयले की रैक आ रही है। प्रबंधन द्वारा कोयले की और रैक बढ़ाने की कोशिश की जा रही है।