वैवाहिक समारोह में युवकों ने चाकू से किया वार, सात घायल
दीवानगंज प्रतापगढ़ कंधई थाना क्षेत्र के नरसिंहपुर गांव में बुधवार की रात वैवाहिक समारोह
दीवानगंज, प्रतापगढ़ : कंधई थाना क्षेत्र के नरसिंहपुर गांव में बुधवार की रात वैवाहिक समारोह में युवतियों पर अश्लील कमेंट करने से रोकने पर नशे में धुत युवकों ने घरातियों पर चाकू से हमला कर दिया। जिससे सात युवक घायल हो गए। बाद में आरोपितों को हिरासत में लेने पर महिलाओं समेत ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर लाठी डंडे से हमला कर दिया। एसओ की जीप में तोड़फोड़ की। भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे सीओ पट्टी ने आधा दर्जन आरोपितों को हिरासत में ले लिया।
नरसिंहपुर गांव निवासी विजय बहादुर वर्मा के बेटे की बरात उमाशंकर निवासी लबेदा, पट्टी के यहां आई थी। द्वारपूजा के बाद खाना खाने के दौरान लड़की पक्ष की तरफ से आए विजय बहादुर वर्मा के रिश्तेदार सुरेश वर्मा निवासी ताला के साथ आए आधा दर्जन युवकों ने युवतियों पर अश्लील कमेंट कर दिया। इस पर घरातियों ने टोका तो युवकों ने चाकू से घरातियों पर हमला कर दिया। हमले में नरसिंहपुर गांव निवासी इंदल (20) पुत्र दिनेश, साहुल (18)पुत्र गोकुल, पप्पू(20)पुत्र रामचंद्र, सूरज (17) पुत्र रमाशंकर, मोहित (19) पुत्र जीतलाल, आकाश (20) पुत्र मुन्नेलाल, विशाल (18) पुत्र जय प्रकाश घायल हो गए। सूचना पर दीवानगंज चौकी पुलिस के साथ कधंई थाने के दारोगा संतोष मिश्रा मौके पर पहुंचे और कुछ युवकों को हिरासत में लेकर जीप पर बैठाने लगे। इसी बीच महिलाओं के साथ कुछ युवकों ने दारोगा संतोष मिश्रा से धक्का मुक्की करते हुए पुलिस टीम पर लाठी डंडे से हमला कर दिया। एसओ की जीप में तोड़फोड़ की। इससे वैवाहिक समारोह में अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलने पर कंधई एसओ समेत भारी पुलिस बल के साथ सीओ पट्टी नवनीत नायक मौके पर पहुंचे और आरोपित सुरेश वर्मा निवासी ताला सहित आधा दर्जन युवकों को हिरासत में ले लिया। सभी घायलों को सीएचसी बेलखरनाथ भेजा गया। कंधई एसओ राकेश सिंह ने बताया कि तहरीर नहीं मिली है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
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दारोगा ने दिखाया साहस :
नरसिंहपुर गांव में बुधवार रात वैवाहिक समारोह के दौरान आधा दर्जन लोगों पर चाकू से हमला किए जाने की जानकारी होने पर दारोगा संतोष मिश्र सिपाहियों के साथ मौके पर पहुंचे और हंगामा कर रहे कुछ युवकों को पकड़कर जीप में बैठाने लगे। इस पर दर्जनों महिलाओं के साथ ग्रामीण हिरासत में लिए गए युवकों को छुड़ाने के लिए पुलिस से बदसलूकी करने लगे। लाठी डंडे से पुलिस टीम पर हमला कर दिया। इसके बाद भी दारोगा संतोष मिश्रा सिपाहियों के साथ करीब घंटे भर तक महिलाओं समेत युवकों से जूझते रहे। ग्रामीण किसी भी आरोपित को छुड़ा नहीं सके।