नारी होगी स्वस्थ और सुरक्षित, आसान होगी राह
प्रतापगढ़ साल 2020 में जिले में महिला स्वास्थ्य और उनके सशक्तिकरण के लिए कई कार्य किए जाएं
प्रतापगढ़ : साल 2020 में जिले में महिला स्वास्थ्य और उनके सशक्तिकरण के लिए कई कार्य किए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सबसे अधिक ध्यान गर्भवती महिलाओं की सेहत पर दिया जाएगा। सरकारी व गैरसरकारी स्तर पर महिलाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
नारी सशक्त बने इसके पहले जरूरी है कि प्रसव के दौरान उसकी मौत न हो। इसके लिए जिले में इस साल सुरक्षित मातृत्व अभियान को धरातल पर उतारा जाएगा। गर्भवती महिला को कम से कम एक बार आशा व एएनएम के जरिए सरकारी अस्पताल ले जाकर एमबीबीएस चिकित्सक से जांच कराई जाएगी। चिकित्सक की सलाह पर उनका निश्शुल्क अल्ट्रासाउंड जिला महिला अस्पताल में कराया जाएगा। शहर के एक निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर से करार भी विभाग ने कर लिया है।
सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव का कहना है कि वर्ष 2020 को विभाग ने नारी सशक्तिकरण के तौर पर लिया है। इसमें प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना को तेजी से अमल में लाने की रणनीति बन रही है। इसमें गर्भ धारण से लेकर प्रसव तक महिला को पांच हजार रुपये दिए जाएंगे। महिला को अपने नवजात को स्तनपान कराने व अपने पास रखने के लिए ब्लाक स्तर पर कंगारू फीडिग सेंटर बनाए जाएंगे। इस वर्ष 17 सेंटरों का निर्माण किया जाएगा। डीपीएम राजशेखर का कहना है कि कन्या सुमंगला योजना का संचालन भी किया जा रहा है। जननी सुरक्षा योजना का भुगतान आनलाइन किया जा रहा है।
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कुरीतियों पर कराटे का वार :
कराटे की बारीकियों में माहिर बेल्हा की बेटी सानिया समाज की कुरीतियों को ध्वस्त कर बेटियों के सम्मान का परचम फहराने में जुटी है। शहर के सदर बाजार की सानिया के परिवार में और कोई भी खिलाड़ी नहीं है, लेकिन इसमें जबसे समझदारी आई है, यह कराटे में हाथ-पैर चलाने लगी। मां शाहीन ने बेटी का पूरा साथ दिया और कोच जीशान अंसारी का साथ मिला, तो सानिया की कराटे यात्रा चल निकली। जिला स्तर से लेकर यह बेटी 2017 में आजमगढ़ में राज्य स्तरीय कराटे चैंपियनशिप में शामिल हुई और सफल होकर लौटी। जलगांव में नेशनल चैंपियनशिप में भी इस बेटी ने कराटे का जलवा दिखाया और सिल्वर मेडल लेकर प्रतापगढ़ का नाम रोशन किया। कोलकाता में इंटरनेशनल चैंपियनशिप में सानिया ने कामयाबी हासिल की। एक और छलांग लगाई और वहां गोल्ड मेडल पर कब्जा कर प्रतापगढ़ का नाम रोशन किया। वह संत अंथोनी इंटर कालेज की छात्रा है।
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कुपोषण से बबिता की जंग :
सदर क्षेत्र के सराय सागर केंद्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बबिता सिंह ने अपने कार्यों के बदौलत अलग स्थान बनाया है। उन्होंने सराय सागर गांव में कुपोषण के खिलाफ अभियान चलाया। कुपोषित बेटी प्रिसी सहित कई को पोषित किया। अब वह सामान्य हो गई है। पोषाहार का वितरण समय से करने के साथ ही सात माह के तीन बच्चों का अन्न प्रासन कराया। गर्भवती की गोद भराई का कार्यक्रम कराया। उन्हें मेवा, मौसमी फल देने के साथ ही कुपोषण से बचाने की सलाह दी। छोटे बच्चों को सुपोषण उत्सव में खीर खिलाई तथा पोषाहार से रेसिपी बनाकर बच्चों व अभिभावक को खिलाया। सुपोषण मेले में बेहतर कार्य करने पर तत्कालीन जिला कार्यक्रम अधिकारी संतोष श्रीवास्तव ने बबिता को पुरस्कृत किया था।