रूपये डालते समय एटीएम रूम में फंसे दो कर्मी
कंधई थाना क्षेत्र के दीवानगंज बाजार स्थित बैंक आफ बड़ौदा के एटीएम में शटर जाम होने से फंस गए। बाद में शाखा प्रबंधक ने कारीगर बुलाकर शटर खोलवाया।
संसू, दीवानगंज : कंधई थाना क्षेत्र के दीवानगंज बाजार स्थित बैंक आफ बड़ौदा के एटीएम में शटर जाम होने से फंस गए। बाद में शाखा प्रबंधक ने कारीगर बुलाकर शटर खोलवाया।
सोमवार सायं लगभग 4:30 बजे रुपये डालते समय सीएमएस सिक्योरिटी कंपनी के दिनेश कुमार यादव और अजीत मिश्रा एटीएम के अंदर शटर जाम होने से फंस गए। घटना की जानकारी पर मौजूद सुरक्षा गार्ड के साथ ही बैंक कर्मियों में हलचल मच गई। सूचना पर बैंक में मौजूद शाखा प्रबंधक नीलेश दूबे ने कारीगर बुलाकर शटर को किसी तरह खुलवाया।इस दौरान दोनों एटीएम सिक्योरिटी कर्मी
एटीएम के अंदर लगभग आधे घंटे तक फंसे रहे। शाखा प्रबंधक नीलेश दूबे ने बताया कि शटर जाम होने से दोनों फंस गए थे। कारीगर बुलाकर दोनों को बाहर निकाल लिया गया है।शटर को ठीक कराया जा रहा है। अपहृत युवक के नहीं लौटे स्वजन
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : अमेठी जिले के रामगंज थाना क्षेत्र के रामचंद्रपुर गांव के अपहृत युवक के स्वजन दोबारा यहां नहीं लौटे।
रामचंद्रपुर गांव निवासी जितेंद्र (19) पुत्र पप्पू गौतम शहर के मीराभवन चौराहे पर स्थित सलमान के सैलून में काम करता था। वह शनिवार को दोपहर एक बजे रामचंद्रपुर सैलून के लिए निकला था, लेकिन वह मीराभवन नहीं पहुंचा। इस बीच रविवार को सुबह एक व्यक्ति ने जितेंद्र के पिता को फोन करके 10 लाख रुपये फिरौती मांगी थी। दो दिन में पैसा नहीं देने पर हत्या करने की धमकी दी।
इस पर जितेंद्र का पिता, चचेरा भाई अवधेश सहित स्वजन ने मीराभवन स्थित सैलून पर पहुंचकर हंगामा किया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद घटनास्थल रामगंज का बताकर वहां भेज दिया था। इसके बाद जितेंद्र के स्वजन नहीं लौटे। सिविल लाइन चौकी प्रभारी कमलेश पांडेय का कहना है कि घटनास्थल अमेठी जिले के रामगंज थाना क्षेत्र का है। यहां का कोई मामला नहीं है। सेक्रेटरी समेत तीन पर धोखाधड़ी का मुकदमा
संसू, लालगंज : बाल श्रमिकों से मनरेगा में काम कराने तथा फर्जी तरीके से अभिलेख तैयार कर धनराशि का बंदरबांट कर लेने के आरोप को लेकर कोतवाली पुलिस ने सोमवार को प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी व रोजगार सेवक के खिलाफ खिलाफ जालसाजी तथा धोखाधड़ी व गबन का मुकदमा दर्ज किया। लालगंज कोतवाली के घरौरा निवासी पदमपाणि पांडेय के अनुसार वित्तीय वर्ष 2020-21 मे उसके गांव के ग्राम प्रधान कमल धुरिया, ग्राम पंचायत अधिकारी ज्ञान प्रकाश शुक्ल व रोजगार सेवक ने शासन की मंशा के विपरीत बाल श्रमिकों से मनरेगा का काम कराया। इसके बाद मिली भगत कर फर्जी लोगों का जॉबकार्ड तैयार किया और सरकारी पैसे की बंदरबांट किया। प्रभारी कोतवाल राम आधार का कहना है कि तहरीर के आधार पर सोमवार को प्रधान समेत तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।