टमाटर 60 रुपये किलो, परवल 80 पर पहुंचा
दिन-प्रतिदिन सब्जियों के बढ़ते दामों ने गृहणियों की रसोई का बजट बिगाड़ दिया है।
दिन-प्रतिदिन सब्जियों के बढ़ते दामों ने गृहणियों की रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। सबसे महंगी सब्जी हरी मटर, सोया, गोभी है। वहीं टमाटर और परवल के दाम भी आसमान छूने लगे। बढ़ते दाम से सब्जियां आम लोगों की पहुंच से दूर हो गई हैं। सब्जियों के एकाएक दाम बढ़ने से रसोई का जायका बिगड़ गया है।
बरसात होने से पहले ही अधिकांश सब्जियों की आवक कम हो जाती है। इन दिनों बाजार में आलू 20 की जगह 26 रुपये किलो, टमाटर 25 से 60 रुपये, कोहड़ा 10 से 25, भिडी 10 से 30 रुपये, लौकी पांच से 20 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है। इसी क्रम में सूरन 25 से 50 रुपये, हरी मटर 80 से 135 रुपये, परवल 20 की बजाय 80 रुपये, नेनुआ 10 की जगह 30, तर्रोई 10 से 40 रुपये, करैला 29 से 60, मूली 10 रुपये के बजाय 80 रुपये, सोया 20 की बजाय 200 रुपये, लहसुन 50 से बढ़कर 100 रुपये, हरी धनिया 20 की बजाय 200 रुपये व आलू की 29 से 26 रुपये किलो की दर से बिक्री हो रही है। सब्जियों के दाम बढ़ने के नाम पर दुकानदार भी मनमानी कर रहे हैं। इससे ग्राहकों की जब ढीली हो रही है। पुराना माल गोदाम के सुशील कुमार, दहिलामऊ के सुजीत शर्मा, अजीत शर्मा, सदर बाजार के विजय कुमार, जैन गली के शीतला प्रसाद ने सरकार से सब्जियों के बढ़ते दाम पर नियंत्रण लगाने की मांग की है।