आज जगेंगे नारायण, शुरू होंगे मांगलिक कार्य
चातुर्मास व अधिमास के बाद अब भगवान नारायण बुधवार को देवोत्थान एकादशी पर जग जाएंगे। उनकी आभा की छांव में मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। इस बार चार महीने के उनके योग शयन के बाद एक महीने का शिव पूजन का अधिमास लग गया था। इस कारण पूरे पांच महीने तक शुभ-मंगल कार्य पर विराम लगा रहा। विवाह गृह प्रवेश मुंडन तिलक गोदभराई वरीक्षा जैसे मांगलिक आयोजन बंद हो गए थे।
जासं, प्रतापगढ़ : चातुर्मास व अधिमास के बाद अब भगवान नारायण बुधवार को देवोत्थान एकादशी पर जग जाएंगे। उनकी आभा की छांव में मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे।
इस बार चार महीने के उनके योग शयन के बाद एक महीने का शिव पूजन का अधिमास लग गया था। इस कारण पूरे पांच महीने तक शुभ-मंगल कार्य पर विराम लगा रहा। विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, तिलक, गोदभराई, वरीक्षा जैसे मांगलिक आयोजन बंद हो गए थे। अब लोगों को इस तरह के आयोजन करने का अवसर खूब मिलेगा। 25 नवंबर से लेकर दिसंबर में भी कई तारीखें ऐसे आयोजनों के लिए मिल रही हैं। उसके लिए लोग युद्धस्तर पर तैयारी किए हैं। इधर एकादशी पर भगवान विष्णु का पूजन करने के लिए लोगों ने गन्ने की खरीदारी की। देसी व लाल गन्ने की दुकानें जिले में कई जगह लगी रहीं। बहुत से लोग इस दिन व्रत रहकर भी भगवान का पूजन करते हैं। मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म
जासं, प्रतापगढ़ : बाबा सत्य साईं के जन्म दिवस को श्रद्धालुओं ने मनाया। इस अवसर पर सत्य साईं सेवा समिति द्वारा नारायण सेवा के अंतर्गत भोजन बनाकर चौक से लेकर रामलीला मैदान तक गरीब व असहायों को वितरित किया गया। इसके बाद विवेक नगर में आशीष श्रीवास्तव के संयोजन में सर्वधर्म भजन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बाबा का संदेश पढ़ते हुए उदय भानु सिंह ने कहा कि मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। बाबा ने कहा है कि दया, करुणा, उपकार व सेवा को नहीं भूलना चाहिए। इस मौके पर शशि श्रीवास्तव, संजय उपाध्याय, संदीप खरे, आशीष श्रीवास्तव, हृदय नारायण शुक्ल, बीना सिंह, सरोज शुक्ला, नीरज उपाध्याय व अनूप उपाध्याय आदि मौजूद रहे। भगवान ने तोड़ा इंद्र का घमंड
जासं, प्रतापगढ़ : नगर के बलीपुर नई बस्ती में इन दिनों भागवत कथा अमृत वर्षा हो रही है। इसमें लोग आनंदित होकर जयकारे लगा रहे हैं। कथा के क्रम में अयोध्या के कथा व्यास पं. राम नयन शास्त्री ने भगवान की लीला सुनाई। बाल लीला, पूतना वध के बाद गिरिराज के धारण करने का प्रसंग सुनाया। कहा कि इंद्र का घमंड तोडऩे के लिए भगवान ने गोवर्धन को उठाया था। इसलिए किसी को अपनी शक्ति पर गुरूर नहीं करना चाहिए। इस मौके पर आयोजक हरिनाथ मिश्र ने व्यास व श्रद्धालुओं का स्वागत किया। कार्यक्रम में हरिकेश शुक्ला, रवि प्रकाश मिश्र, गिरिजा रमण मिश्र, अर्बन बैंक के महाप्रबंधक विकास त्रिपाठी, जनसत्ता दल नेता संतोष द्विवेदी, आचार्य आलोक मिश्र, अमित शुक्ल आदि भी पहुंचे।