हत्यारोपितों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे स्वजन
रानीगंज थाना रानीगंज क्षेत्र के दहेरकला बिदागंज में बमबाजी-फायरिग की घटना में अनिरुद्ध सिह
रानीगंज : थाना रानीगंज क्षेत्र के दहेरकला बिदागंज में बमबाजी-फायरिग की घटना में अनिरुद्ध सिंह की मौत से आक्रोशित गुरुवार को आरोपितों की गिरफ्तारी, शस्त्र लाइसेंस की मांग पर अड़ गए और पुलिस के अफसरों व विधायक को बुलाने की मांग करने लगे। सवा दो घंटे बाद पहुंचे रानीगंज विधायक धीरज ओझा के समझाने पर स्वजन मान गए और शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
रानीगंज थाना क्षेत्र के दहेरकला गांव में चुनावी रंजिश को लेकर मंगलवार को सुबह दो पक्ष में जमकर बवाल हुआ था। इस दौरान मारपीट में घायल अनिरुद्ध सिंह (75) की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। बुधवार को दोपहर शव का पोस्टमार्टम हुआ। लेकिन स्वजन व विधायक दोबारा पैनल से पोस्टमार्टम कराने की मांग पर अड़ गए। फिर विधायक धीरज ओझा की मौजूदगी में
डाक्टरों के पैनल ने दोबारा शव का पोस्टमार्टम किया। इसके बाद बुधवार को शाम करीब साढ़े छह बजे अनिरुद्ध का शव घर लाया गया तो अनिरुद्ध की पत्नी विद्या देवी, बड़े बेटे राजेश सिंह, छोटा बेटा रणजीत सिंह सहित स्वजन रोने बिलखने लगे थे। एसपी सुरेंद्र द्विवेदी व सीओ डॉ. अतुल अंजान त्रिपाठी ने स्वजनों को ढांढस बंधाया और उन्हें समझाया तो स्वजन गुरुवार को सुबह अंतिम संस्कार करने की बात कही। इस बीच गुरुवार को दिन में करीब 11 बजे सीओ अतुल अंजान त्रिपाठी पहुंचे तो अनिरुद्ध के स्वजन हत्यारोपितों की गिरफ्तारी, शस्त्र लाइसेंस व परिवार की सुरक्षा की मांग करने लगे और यह कहा कि रानीगंज विधायक के आने पर ही शव का अंतिम संस्कार करेंगे। यह सूचना मिलने पर रानीगंज विधायक धीरज ओझा दोपहर करीब 1:15 बजे अनिरुद्ध के घर पहुंचे और स्वजनों की मांगे पूरी कराने का आश्वासन दिया। तब जाकर स्वजन माने और दोपहर करीब 1: 40 बजे शव के प्रजापतिपुर गांव के पास सई नदी किनारे ले गए और वहां अंतिम संस्कार कर दिया।
उधर, इस घटना अनिरुद्ध के बेटे रणजीत सिंह की तहरीर पर शिवगढ़ के पूर्व ब्लाक प्रमुख रमाकांत दुबे व उनके बेटे विनोद दुबे, आदर्श दुबे सहित नौ नामजद और 10 अज्ञात के विरुद्ध पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है लेकिन गुरुवार शाम तक सफलता नहीं मिल सकी थी। वही पीड़ित परिवार के घर पुलिस व गांव में पीएसी तैनात की गई। सीओ अतुल अंजान त्रिपाठी का कहना है कि अनिरुद्ध के स्वजनों को उनकी मांगे पूरा कराने का आश्वासन दिया गया। इसके बाद गुरुवार को दोपहर में प्रजापतिपुर गांव में सई नदी के किनारे स्वजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया।