भाजपा कार्यकर्ता के भाई के हत्यारोपितों की गिरफ्तारी में हांफ रही पुलिस
जमीन के विवाद में भाजपा कार्यकर्ता के भाई की हुई हत्या के आरोपितों की गिरफ्तारी में पुलिस हांफ रही है। गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ताबड़तोड़ दबिश देने का दावा कर रही है लेकिन 48 घंटे बाद भी हत्यारोपित उसकी पकड़ से दूर हैं। दूसरी ओर चार लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। वहीं तनाव के मद्देनजर गांव में पीएसी तैनात है।
संसू, सांगीपुर : जमीन के विवाद में भाजपा कार्यकर्ता के भाई की हुई हत्या के आरोपितों की गिरफ्तारी में पुलिस हांफ रही है। गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ताबड़तोड़ दबिश देने का दावा कर रही है, लेकिन 48 घंटे बाद भी हत्यारोपित उसकी पकड़ से दूर हैं। दूसरी ओर चार लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। वहीं तनाव के मद्देनजर गांव में पीएसी तैनात है।
उदयपुर थाना क्षेत्र के राहाटीकर गांव निवासी भाजपा कार्यकर्ता प्रमोद सिंह पुत्र रामदत्त सिंह के बड़े भाई अजय सिंह शनिवार की शाम खेत के किनारे बाड़ लगा रहे थे। इसी बीच वहां पहुंचे विपक्षी उग्रसेन व उनके परिवार के लोगों ने उन पर लाठी, बल्लम से हमला कर दिया, जिसमें अजय सिंह की मौत हो गई थी। जबकि हमले में अजय पक्ष के रावेंद्र सिंह समेत पांच लोग घायल हो गए थे। इस घटना में प्रमोद सिंह की तहरीर पर पुलिस ने उग्रसेन सिंह व उनके पुत्र त्रिभुवन सिंह उर्फ बब्बू सिंह, हरिवंश सिंह उर्फ मुन्ना एवं वीरेंद्र सिंह उर्फ सूबेदार सहित नौ लोगों के खिलाफ हत्या, बलवा का मुकदमा दर्ज किया था।
पुलिस ने घटना के बाद चार लोगों को हिरासत में ले लिया था। हालांकि 48 घंटे से पुलिस उनसे पूछताछ ही कर रही है। अभी तक पुलिस किसी नामजद आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
एसओ एहसानुलहक का कहना है कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। शीघ्र ही सभी आरोपितों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा।
सीओ राम सूरत सोनकर का कहना है कि अभी पीड़ित पक्ष के सभी घायलों का बयान नहीं हो सका है। उनका बयान हो जाने के बाद ही हिरासत में लिए गए आरोपितों की गिरफ्तारी की कार्रवाई की जाएगी।
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भूखे प्यास से तड़प रहे मवेशी
राहाटीकर गांव में भाजपा कार्यकर्ता के भाई की हुई हत्या के बाद से हत्यारोपित व उनके परिवार के अन्य लोग फरार हैं। घर में ताला बंद है। इससे उनके दरवाजे पर बंधे मवेशियों की देखरेख करने वाला कोई नहीं है। आस-पास के ग्रामीण भी पुलिस पीएसी के भय से हत्यारोपितों के दरवाजे की तरफ नही जा रहे है। ऐसे में मवेशी भूख प्यास से तड़प रहे हैं। उन्हें चारा पानी देने वाला कोई नही है।