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रंग लाने लगी मुहिम, अंधेरी जिदगी में कौंध उठी रोशनी

इलाज के अभाव में दोनों पैर गवां चुके जयकरन की मदद के लिए आखिर दैनिक जागरण की मुहिम रंग लाने लगी है। जयकरन की जिदगी के लिए जनप्रतिनिधि सामाजिक संगठन व लोग फरिश्ते बनकर आगे आने लगे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Nov 2020 12:07 AM (IST)Updated: Mon, 30 Nov 2020 12:07 AM (IST)
रंग लाने लगी मुहिम, अंधेरी जिदगी में कौंध उठी रोशनी
रंग लाने लगी मुहिम, अंधेरी जिदगी में कौंध उठी रोशनी

देवेंद्र अग्रहरि, परियावां : इलाज के अभाव में दोनों पैर गवां चुके जयकरन की मदद के लिए आखिर ''दैनिक जागरण'' की मुहिम रंग लाने लगी है। जयकरन की जिदगी के लिए, जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठन व लोग फरिश्ते बनकर आगे आने लगे हैं। लोगों की पहल जयकरन के लिए उम्मीद की वह किरण है, जिसकी एक झलक मात्र से उसका जीवन खुशियों से भर गया है। गहरे अंधेरे में समा चुकी जिदगी में एक बार फिर रोशनी कौंध हो उठी है।

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विकास खंड कालाकांकर के पाइकगंज परियांवा निवासी जयकरन सोनकर (42) पांच वर्ष पहले आम तोड़ते समय पेड़ से गिर गया था। इलाज ठीक से ना हुआ और उसके दोनों पैर सड़ने लगे। चिकित्सकों ने उसके दोनों पैर काट दिए। अब उसके दोनों पैर में फिर से सड़ांध पैदा हो गई और उसका दस वर्षीय बेटा सुमित सब्जी की दुकान पर मजदूरी कर परिवार का खर्च चलाता है। दैनिक जागरण ने अपने शनिवार और रविवार के अंक में जयकरन सोनकर की पीड़ा को प्रमुखता से प्रकाशित किया तो जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों व कई व्यापारियों की संवेदना जाग उठी। कुंडा और कालाकांकर स्वास्थ्य केंद्रों की टीम ने जयकरन के इलाज का जिम्मा स्वयं ले लिया है। जहां शनिवार को स्वास्थ्य विभाग जागा, वहीं जागरण के रविवार के अंक में प्रकाशित इस दुखद स्टोरी को पढ़कर वसुंधरा संस्था के अध्यक्ष व शहाबपुर गांव के ग्राम प्रधान प्रभाकर सिंह भी रविवार को दिव्यांग जयकरन के घर पहुंचे और अनाज के साथ दो हजार रुपये की आर्थिक मदद की। प्रभाकर सिंह का कहना था कि उन्होंने जागरण के रविवार अंक को पढ़ा तो उसमें जयकरन की पीड़ा पर आधारित स्टोरी को पढ़ा और उनका मन व्यथित हो गया। उन्होंने आर्थिक मदद की है और वह आगे भी जरूरत के लिए खड़े मिलेंगे। इसी क्रम में जागरण में प्रकाशित खबर को संज्ञान में लेकर जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय विधायक कुंवर रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया ने दिव्यांग जयकरन के इलाज का बीड़ा उठाया है। उन्होंने रविवार की दोपहर करीब 12 बजे अपने प्रतिनिधि हरीओम शंकर श्रीवास्तव को दिव्यांग जयकरन के घर भेजा। प्रतिनिधि ने घर जाकर इलाज की बावत पूरी जानकारी ली और राजा भैया को अवगत कराया। इसके साथ ही उसकी माली हालत देखते हुए 25 हजार रूपए की आर्थिक मदद की। इसके साथ ही पूरा इलाज राजा भैया द्वारा कराए जाने का भरोसा दिया। प्रतिनिधि ने कहाकि राजा भैया चिकित्सकों से बात कर रहे हैं। जल्द ही उसे इलाज के लिए ले जाया जाएगा। इलाज में धन की कमी आड़े नहीं आने पाएगी । राजा भैया समुचित इलाज का प्रबंध कर रहे हैं। इससे पहले दैनिक जागरण अखबार की खबर पढ़कर पाईकगंज(परियावां) के हनुमान ट्रेडर्स की तरफ से आकाश अग्रहरी व खुशी आइसक्रीम के प्रोपराइटर अमित अग्रहरि द्वारा जयकरन के परिवार को नगद रुपए देकर आर्थिक मदद दे चुके हैं।

एसडीएम ने लिया जागरण की खबर का संज्ञान

संसू, कुंडा : कालाकांकर विकास खंड के पाइकगंज परियावां निवासी निवासी दिव्यांग जयकरन के मामले को जागरण ने प्रमुखता से उठाया तो प्रशासनिक अमला भी सक्रिय हो उठा। जागरण की खबर को संज्ञान में लेकर एसडीएम कुंडा जलराजन चौधरी ने बीडीओ कालाकांकर अपर्णा सैनी को पत्र लिखकर दिव्यांग जयकरन को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ दिलाए जाने का निर्देश दिया है। एसडीएम ने बताया कि दैनिक जागरण में खबर छपने के बाद बीडीओ को पत्र लिखा है। यही नहीं लेखपाल को मौके पर भेजकर पात्रता के क्रम में जो भी सुविधाएं है, उसे दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।

प्रधान की नहीं टूटी नींद

संसू, कुंडा : विकास खंड कालाकांकर के पाइकगंज परियावां निवासी दिव्यांग जयकरन की मदद के लिए भले ही समाजसेवी, सामाजिक संगठन व जनप्रतिनिधि आगे आए हों, लेकिन ग्राम प्रधान पूरे मामले से अनभिज्ञ बने हुए हैं। अगर प्रधान ने चाहा होता तो उसे सरकारी योजनाओं का लाभ जरूर मिल जाता, लेकिन उन्होंने दिव्यांग जयकरन की मदद करना मुनासिब नही समझे। जबकि दिव्यांग जयकरन की पत्नी सुषमा ने बताया कि उसके पास सरकारी योजना के नाम कुछ भी नहीं है। एक जाबकार्ड बना है। उसमे मनरेगा की मजदूरी आई थी, जिसमें तीन सौ रूपए देकर पूरा पैसा प्रधान ने हड़प लिया था।


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