धीरे-धीरे बदल रही है रेलवे जंक्शन की सूरत
आंवला नगरी प्रतापगढ़ का मुख्य रेलवे जंक्शन कुछ दिन के बाद सुविधायुक्त नजर आएगा। यहां की प्रतापगढ़ की तस्वीर धीरे-धीरे बदलने लगी है।
आंवला नगरी प्रतापगढ़ का मुख्य रेलवे जंक्शन कुछ दिन के बाद सुविधायुक्त नजर आएगा। यहां की प्रतापगढ़ की तस्वीर धीरे-धीरे बदलने लगी है। ढाई साल से चल रहे सुंदरीकरण का कार्य अब जोर पकड़ता दिख रहा है। जंक्शन पर जगह-जगह बिखरा मलबा बता रहा है कि कुछ विकास हो रहा है। प्रतापगढ़ जंक्शन आमदनी के मानक पर रेलवे की नजर में ए श्रेणी का है। इसके बाद भी यहां बहुत सी सुविधाएं नहीं थीं। जब सरकार ने मजबूत आमदनी वाले स्टेशनों के बारे में सोचा तो उसमें यह जंक्शन भी रहा। इन दिनों तो महज एक ट्रेन चल रही है, लेकिन सामान्य दिनों में 25 जोड़ी गाड़ियां चलती थीं। दिन ही नहीं बल्कि रात में भी यहां यात्री दिखते थे।
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मेगा प्रोजेक्ट की सौगात
इसकी सूरत बदलने को साल 2017 में केंद्र सरकार ने 1250 करोड़ का प्रोजेक्ट दिया। इसमें नई आटोमेटिक वाशिग लाइन, बेल्हा देवी धाम के पास सई नदी पर एक और पुल, प्लेटफार्म चार व पांच का निर्माण, फर्श, बेंच, एनाउंस सिस्टम, पार्क आदि काम होने थे। यह हो रहे हैं।
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बिजली से दौड़ेंगी ट्रेन
इधर गाड़ियों को इलेक्ट्रिक इंजन से दौड़ाने के लिए भी काम हो रहा है। ओवरहेड लाइन बनाने का काम चल रहा है। मार्च तक यह पूरा होने वाला है। खंड में सभी सिग्नलों को विद्युतीकृत किया जा रहा है। टेलीकॉम की लाइन बिछाई जा रही है। एक्सईएन निर्माण आर कुमार बताते हैं कि काम में तेजी आई है। इधर कुछ बजट फिर मिला है।