अब भी रहस्य, किसने दी थी सुपारी
शहर के मार्बल व्यवसायी राजेश सिंह हत्याकांड में आठ महीने बाद भी यह रहस्य साफ नहीं हो पाया है कि किसने हत्या की सुपारी दी थी।
संसू, प्रतापगढ़ : शहर के मार्बल व्यवसायी राजेश सिंह हत्याकांड में आठ महीने बाद भी यह रहस्य बना हुआ है कि आखिरकार बदमाशों को राजेश की हत्या करने की सुपारी किसने दी थी। पुलिस ने बदमाशों के बयान में एक मार्बल व्यवसायी द्वारा सुपारी देने की बात को विवेचना में जिक्र किया है, लेकिन आठ महीने बाद भी पुलिस सुपारी देने वाले का नाम सामने लाने में नाकाम रही है।
शहर के सदर बाजार मोहल्ला निवासी राजेश सिंह की मार्बल की दुकान उनके घर के सामने है। वह 23 जनवरी 2019 को रात करीब सवा आठ बजे काउंटर पर बैठकर हिसाब-किताब कर रहे थे। तभी बाइक सवार तीन नकाबपोश बदमाश पहुंचे। एक बदमाश बाइक स्टार्ट करके बाहर खड़ा था, दो बदमाश दुकान के अंदर घुसे और ताबड़तोड़ राजेश को पांच गोली मारी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। घटना में मृतक की पत्नी पुनीता सिंह ने तीन अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। लगभग तीन हफ्ते बाद जेल के हेड वार्डर की हत्या में फरार चल रहे इनामी बदमाश हसनमुल्ला को जब पुलिस ने गिरफ्तार किया तो उसने सीसीटीवी फुटेज देखकर पुलिस को यह बताया कि गोली मारने वाले दोनों बदमाश तौकीर व अतीक हैं।
इसके बाद पुलिस ने यह दावा किया था कि घटना को तौकीर, अतीक, अंसार ने अंजाम दिया था। रेकी मकसूद ने की थी। हत्या की साजिश रचने में जेल में बंद तौकीर का भाई जैद भी शामिल था। गिरफ्तारी के बाद अंसार ने यह बयान दिया था। आजाद नगर निवासी शोएब के माध्यम से तौकीर ने पांच लाख रुपये राजेश की हत्या की सुपारी ली थी। दो लाख रुपये एडवांस मिला था। तौकीर व शोएब ने बताया कि एक मार्बल व्यवसायी ने राजेश की हत्या की सुपारी दी थी। छह जून को एसटीएफ लखनऊ ने चिलबिला बाईपास पर मुठभेड़ में एक लाख के इनामी बदमाश तौकीर को मार गिराया था। इसके हफ्ते भर बाद इनामी बदमाश अतीक को मुंबई में वहां की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। उसने भी अपने बयान में सुपारी देने में उसी मार्बल व्यवसायी का नाम लिया।
पुलिस ने बदमाशों के बयान के आधार पर अतीक व अंसार के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट भेज दिया। लेकिन पुलिस ने इस बात की जांच करने का प्रयास नहीं किया कि अतीक व अंसार ने जिस मार्बल व्यवसायी का नाम हत्या की सुपारी देने के लिए लिया है, उसमें सच्चाई कितनी है। अगर हत्या सुपारी लेकर की गई तो सुपारी देने वाला कौन है। अगर सुपारी देने की बात में सच्चाई नहीं है तो हत्या क्यों की गई। यह रहस्य आठ महीने बाद भी बना हुआ है। इसी सच्चाई को सामने लाने के लिए करीब महीने भर पहले राजेश के भतीजे अमन सिंह लखनऊ में मुख्यमंत्री से मिले भी थे।
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-राजेश सिंह की हत्या मेरी तैनाती के पहले हुई थी। अगर बदमाशों ने बयान में सुपारी देने वाले मार्बल व्यवसायी का नाम लिया है तो इस बात की समीक्षा की जाएगी कि बयान में कितनी सच्चाई है-
अभिषेक सिंह, एसपी
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शोएब पर टिकी पुलिस की जांच :
गिरफ्तार बदमाश अंसार व अतीक के बयान के अनुसार आजादनगर निवासी शोएब के माध्यम से तौकीर ने राजेश सिंह की हत्या की सुपारी ली थी। तौकीर मारा जा चुका है, ऐसे में अब यह बात शोएब को ही पता है कि सुपारी किसने दी थी। शोएब फरार है। उस पर इनाम भी घोषित किया जा चुका है। कोतवाल सुरेंद्र नाथ का कहना है कि शोएब की तलाश की जा रही है। उसे पकड़ने के बाद यह सामने आएगा कि राजेश की हत्या की सुपारी किसने दी थी।