ट्वीट के बाद बैकफुट पर एसपी, सिपाही को मिला न्याय
संसू प्रतापगढ़ सड़क हादसे में घायल सिपाही का वेतन रोकने के मामले सीएम को ट्वीट किए जाने के बाद एसपी बैकफुट पर आ गए और सिपाही का वेतन जारी कर दिया।
संसू, प्रतापगढ़ : सड़क हादसे में घायल सिपाही का वेतन रोकने के मामले सीएम को ट्वीट किए जाने के बाद एसपी बैकफुट पर आ गए और सिपाही का वेतन जारी कर दिया। इस तरह दैनिक जागरण की खबर से सिपाही को न्याय मिल गया।
कंधई थाने के पीआरवी में तैनात सिपाही अर्जुन मौर्य 28 मार्च को ड्यूटी से बाइक से करिस्ता गांव स्थित अपने कमरे पर लौट रहा था। रास्ते में चिलबिला के पास बाइक से भिड़ंत होने से वह घायल हो गया था। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान आराम नहीं हुआ तो स्वजन उसे प्रयागराज के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। अभी भी उसकी हालत में सुधार नहीं है। वह प्रयागराज में अपने घर पर रहकर हर पांच दिन पर अस्पताल चेकअप कराने जाता है।
इस बीच उसका अप्रैल महीने का वेतन एसपी ने रोक दिया, जिससे उसके इलाज में दिक्कत आने लगी। सिपाही अपनी पीड़ा लेकर छह मई को कैंप कार्यालय पर पहुंचा, लेकिन एसपी से वह मिल नहीं सका। इसके बाद उसने अपनी बात को पत्र के जरिए एसपी के पास रखा।
इस बीच मामले की जानकारी होने पर अराजपत्रित पुलिस वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजेंद्र सिंह यादव ने मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, एडीजी प्रयागराज को ट्वीट कर दिया। चोटिल सिपाही की पीड़ा की खबर को दैनिक जागरण ने शुक्रवार के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया। इस पर एसपी ने मामले की जांच की तो पता चला कि कंधई थाने से रिपोर्ट एक्सीडेंट की आई थी, लेकिन डायल 112 दफ्तर से गैर हाजिरी की रिपोर्ट लेखा विभाग को भेज दी गई थी। इस पर एसपी ने सिपाही का वेतन रिलीज कर दिया। एसपी आकाश तोमर का कहना है कि डायल 112 दफ्तर से सिपाही के गैर हाजिर होने की रिपोर्ट लेखा विभाग को भेज दी गई थी, इसलिए वेतन रुक गया था। मामले की सही जानकारी होने पर सिपाही का वेतन रिलीज कर दिया गया है। इस बारे में एसपी आकाश तोमर का कहना है कि वह इस बात को चेक करा रहे हैं कि क्या प्रकरण हैं।