दो सगे भाइयों समेत छह को लील गया कोरोना संक्रमण
कोरोना का संक्रमण जिले में 24 घंटे के अंदर छह लोगों को लील गया। मरने वालों में दो सगे भाई भी शामिल हैं। शहर क्षेत्र की दो उम्रदराज महिलाएं कोरोना संक्रमण के बाद होम आइसोलेट की गई थीं। उनकी जान चली गई। एक युवक भी कोरोना से हार गया। चौथा युवक मानधाता के कुशफरा गांव का था वह फेरी करता था।
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़ : कोरोना का संक्रमण जिले में 24 घंटे के अंदर छह लोगों को लील गया। मरने वालों में दो सगे भाई भी शामिल हैं। शहर क्षेत्र की दो उम्रदराज महिलाएं कोरोना संक्रमण के बाद होम आइसोलेट की गई थीं। उनकी जान चली गई। एक युवक भी कोरोना से हार गया। चौथा युवक मानधाता के कुशफरा गांव का था, वह फेरी करता था।
सांगीपुर क्षेत्र के ओरीपुर नौगीर गांव में कोरोना से दो सगे भाइयों व एक अधिवक्ता की मौत से गांव में मातम है। इनकी मौत अमेठी स्थित अस्पताल में हुई। पहले बड़े भाई व उसके बाद छोटे भाई ने दम तोड़ दिया। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ग्रामीणों ने एक दूसरे के यहां आना-जाना कम कर दिया है। उधर बाघराय के मंडलभासौं गांव में एक ही परिवार के दो सदस्यों की बुखार समेत कोरोना लक्षणों के चलते मौत से लोग गमगीन हैं। बाबा बेलखर नाथ सीएचसी पर 60 लोगों का एंटीजन टेस्ट किया गया। इसमें राहत वाली बात रही कि सबकी रिपोर्ट निगेटिव रही। उपनिरीक्षक के स्वजन गमगीन
संसू, लालगंज : ब्लाक लालगंज क्षेत्र के हरकरन पट्टी निवासी विदेश्वरी प्रसाद सिंह की कोरोना संक्रमण के चलते जिला कोविड अस्पताल प्रतापगढ़ में मौत हो गई। इससे स्वजन गमगीन हैं। दारोगा इन दिनों अयोध्या जिले के खंडासा थाने में उपनिरीक्षक के पद पर तैनात थे। स्वजनों के अनुसार कोरोना संक्रमित होने के चलते उन्हें भर्ती कराया गया था। दारोगा के निधन की जानकारी पर रवींद्र प्रताप सिंह, धीरेंद्र बहादुर, पंकज सिंह, नीरज, सूरज, वीरेंद्र सिंह आदि ने गहरी संवेदना जताई। उनको श्रद्धांजलि दी। वैक्सीनेशन कक्ष के बगल संक्रमित मरीज भर्ती
जासं, प्रतापगढ़ : कोरोना के हर दिन बढ़ते खतरे के बाद भी स्वास्थ्य विभाग एक बड़ी लापरवाही कर रहा है। जिला अस्पताल में जहां पर कोरोना का टीका लोगों को लग रहा है, उसी के ठीक बगल संक्रमित मरीजों को भर्ती भी किया जा रहा है। वहां तैनात कर्मी भी चितित हैं। कई अब तक संक्रमित हो भी चुके हैं। फिर उनकी जिदगी नौकरी की खातिर खतरे में पड़ रही है।
जिला अस्पताल में पहली मंजिल पर चिल्ड्रेन वार्ड के पास कोरोना टीकाकरण बूथ बनाया गया है। यहां तक पहुंचने के लिए लोगों को इमरजेंसी के बगल से होकर ओटी के सामने से महिला वार्ड, ब्लड बैंक, सर्जिकल वार्ड का भ्रमण करते हुए टीका कक्ष तक पहुंचना पड़ रहा है। मेडिकल वार्ड में सांस, बुखार के मरीजों को कोरोना संदिग्ध मानकर भर्ती करने की व्यवस्था विभाग ने की है। इतने संवदेनशील स्थान पर और अस्पताल के इतने अंदर कोरोना का टीका लगाने का कक्ष बनाया जाना अब खतरे से खाली नहीं रह गया है।
यहां टीकाकरण क्यों नहीं
अस्पताल में इन दिनों ओपीडी बंद है। पर्चा भी नहीं कट रहा है। वह पूरा कक्ष खाली है। कई कमरे बंद पड़े हैं। वहां पर वैक्सीनेशन हो सकता है। आयुष विग में कोई काम नहीं हो रहा है। विभाग उसका उपयोग कर सकता है, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है।