10 साल बाद फिर शिवाकांत की भाजपा में हुई वापसी
प्रतापगढ़ दस साल बाद फिर पूर्व मंत्री प्रो. शिवाकांत ओझा की भाजपा में वापसी हुई है। उनके
प्रतापगढ़ : दस साल बाद फिर पूर्व मंत्री प्रो. शिवाकांत ओझा की भाजपा में वापसी हुई है। उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें काफी दिनों से लगाई जा रही थी। आखिरकार गुरुवार को उन अटकलों पर विराम लग गया।
पूर्व मंत्री प्रो. शिवाकांत ओझा ने सियासत में कदम भारतीय जनता पार्टी से रखा था। वे पहली बार वर्ष 1991 में पट्टी सीट से भाजपा से चुनाव लड़े थे और उन्हें कामयाबी मिली थी। दूसरी बार वे पट्टी सीट से फिर भाजपा के ही टिकट से लड़े थे और उन्हें सपा प्रत्याशी रामलखन यादव से शिकस्त का सामना करना पड़ा था। फिर वर्ष 2002 में बीरापुर सीट से भाजपा के टिकट से निर्वाचित हुए थे। वर्ष 2007 के चुनाव में बसपा प्रत्याशी राम शिरोमणि शुक्ला ने उन्हें पराजित किया था। इसके बाद 2009 लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा को छोड़कर बसपा में शामिल हुए और प्रतापगढ़ संसदीय क्षेत्र से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। फिर वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव के पहले सपा में शामिल हुए और रानीगंज से सपा के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए। यही नहीं, अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बने थे। वर्ष 2017 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी धीरज ओझा से उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
इस बीच काफी दिनों से यह अटकलें लगाई जा रही थी कि शिवाकांत ओझा भाजपा में शामिल होने वाले हैं। दो दिन पहले जब सपा ने शिवाकांत ओझा का टिकट काटकर विनोद दुबे को प्रत्याशी बनाया था तो इन अटकलों को और बल मिल गया। इस बीच गुरुवार को उन्होंने दिल्ली में यूपी के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।