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गायब हुए सात किशोर, सनसनी

जिले में अलग-अलग स्थानों से छात्र समेत सात किशोर गायब हो गए। सांगीपुर में दोस्त के साथ निकले दो छात्र स्कूल के जाने के बजाय दिल्ली रवाना हुए लेकिन रायबरेली के बाद उनका कुछ पता नहीं चल रहा है। इसी तरह देवसरा थाना क्षेत्र से दो किशोर घर से निकले तो लौटकर नहीं आए। सभी मामलों में तहरीर पुलिस को दी गई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Oct 2019 10:57 PM (IST)Updated: Sun, 13 Oct 2019 06:00 AM (IST)
गायब हुए सात किशोर, सनसनी
गायब हुए सात किशोर, सनसनी

संसू, प्रतापगढ़ : जिले में अलग-अलग स्थानों से छात्र समेत सात किशोर गायब हो गए। सांगीपुर में दोस्त के साथ निकले दो छात्र स्कूल के जाने के बजाय दिल्ली रवाना हुए, लेकिन रायबरेली के बाद उनका कुछ पता नहीं चल रहा है। इसी तरह देवसरा थाना क्षेत्र से दो किशोर घर से निकले तो लौटकर नहीं आए। सभी मामलों में तहरीर पुलिस को दी गई है।

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सांगीपुर संवाद सूत्र के अनुसार अमेठी जिले के पूरे पंडित (महमदपुर) गांव निवासी लवकुश मिश्र का बेटा उत्कर्ष (12) कक्षा आठ का छात्र है। वह शुकुलपुर गांव स्थित एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ता है। लवकुश के अनुसाकर शुक्रवार को सुबह लगभग आठ बजे उत्कर्ष का दोस्त साहिल (12) खान पुत्र लाल मोहम्मद निवासी भैसना सांगीपुर साइकिल से उनके घर आया। साहिल भी कक्षा आठ का छात्र है, उसने उत्कर्ष से स्कूल चलने के लिए कहा। इसके बाद दोनों स्कूल के लिए निकल गए। स्कूल गेट पर शमीम 13 पुत्र शौकत अली निवासी भैसना मिल गया। शमीम भी कक्षा आठ का छात्र है। उसकी हरकतों के कारण स्कूल से नाम काट दिया गया। स्कूल गेट से तीनों दोस्त सुजाखर पहुंचे और बस से प्रतापगढ़ जिला मुख्यालय गए। वहां से शाम को पद्मावत ट्रेन से दिल्ली के लिए रवाना हो गए।

साहिल के दोस्त राजू निवासी सुजाखर के पिता भोपाल में रहते हैं। गौरीगंज पहुंचने पर साहिल ने राजू को फोन करके बताया कि वह भोपाल आ रहा है, राजू ने जवाब दिया कि वह तो इस समय गांव आ गया है। इस पर उत्कर्ष समेत तीनों दोस्त रायबरेली रेलवे स्टेशन पर उतर गए। वहां एक होटल में नाश्ता किया। इसके बाद तीनों दोस्तों का कुछ पता नहीं है। पद्मावत ट्रेन से रायबरेली उतरने और वहां से घर आने की बात साहिल ने फोन पर अपने परिजनों को बताई थी। हालांकि घर लौटने के बजाय तीनों दोस्तों का कुछ पता नहीं चल रहा है। इस बीच बीच लवकुश ने शनिवार सांगीपुर थाने में दी गई तहरीर में आशंका जताई है कि तीनों दोस्त गलत लोगों के चंगुल में फंस गए है, जिससे उन बच्चों की जिदगी बर्बाद हो सकती है। एसओ वीरेंद्र मिश्र का कहना है कि तीन बच्चों के गायब होने की तहरीर मिली है। सर्विलांस से उनका पता लगाया जा रहा है।

पट्टी संवाद सूत्र के अनुसार आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र के आमापुर गांव निवासी मुन्ना वर्मा का भतीजा रवि वर्मा (15) पुत्र विजय वर्मा सराय महेश गांव स्थित एक स्कूल में कक्षा नौ का छात्र है। उनके साले का बेटा शुभम (16) पुत्र रमेश वर्मा निवासी पहाड़ा मुरारपट्टी पृथ्वीगंज बाजार स्थित एक स्कूल में कक्षा 10 का छात्र है। रवि के पिता विजय चंडीगढ़ में रहकर गाड़ी चलाते हैं। जबकि शुभम के पिता घर पर रहकर खेतीबारी करते हैं।

मुन्ना ने बताया कि उनका भतीजा रवि और शुभम 10 अक्टूबर को दिन में 10 बजे घर से निकले। इसके बाद लौटकर नहीं आए। परिजनों ने मुंबई, गुजरात में रहने वाले रिश्तेदारों समेत संभावित ठिकानों पर खोजबीन की, लेकिन दोनों बच्चों का पता नहीं चला। दोनों के परिजन किसी अनहोनी की आशंका से परेशान हैं। मुन्ना वर्मा ने शुक्रवार देर शाम देवसरा पुलिस को तहरीर दी। पुलिस सर्विलांस से दोनों बच्चों का पता लगाने का प्रयास कर रही है। देवसरा एसओ विपिन कुमार सिंह ने बताया कि तहरीर मिली है। दोनों किशोरों की तलाश की जा रही है।

कुंडा संवाद सूत्र के अनुसार कुंडा कोतवाली क्षेत्र के खेमीपुर गांव निवासी दिनेश शुक्ला पुत्र देवतादीन शुक्ला का बेटा रोहित शुक्ला (16) पांच अक्टूबर को मौसी के घर ताजपुर गया था। वहां से वह देर शाम घर के लिए निकला, लेकिन देर रात तक घर नहीं पहुंचा। रोहित के परिजनों ने उसके मौसी के घर फोन करके जानकारी की तो पता चला कि वह तो काफी देर पहले वहां से चला गया। इस पर परिजनों रिश्तेदारों, परिचितों के घर फोन करके उसकी खोजबीन की, लेकिन पता नहीं चला। इस बीच दिनेश शुक्ला ने बेटे के गायब होने की तहरीर पुलिस को दी। पुलिस गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज करके रोहित की खोजबीन कर रही है। कोतवाल डीपी सिंह का कहना है कि मुकदमा दर्ज करके किशोर की तलाश की जा रही है।

राजगढ़ संवाद सूत्र के अनुसार नगर कोतवाली क्षेत्र के भूपियामऊ गांव निवासी सर्वेश सिंह (16) पिछले साल हाईस्कूल की परीक्षा फेल हो गया था। हफ्ते भर पहले छह अक्टूबर को देर रात सर्वेश घर से निकला और कहीं चला गया। सुबह घर में सर्वेश को न देख परिजन तलाश करने लगे। छह दिन तक परिजन रिश्तेदारों से लेकर संभावित ठिकानों पर खोजबीन करते रहे, लेकिन उसका पता नहीं चला। इस मामले में परिजनों ने शनिवार को कोतवाली में तहरीर दी।

सर्वेश के पिता का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है, वह घर पर ही रहते हैं। तीन भाइयों में सर्वेश सबसे छोटा है। सबसे बड़ा भाई शैलेंद्र सूरत में रहकर ट्रक चलाता है। यहां वह मा उमा देवी, भाई रजत के साथ रहता है। रजत ने भुपियामऊ में चाय-पान की दुकान खोल रखी है। सर्वेश दुकान पर रहकर भाई रजत का हाथ बंटाता था। उसे घूमने का बहुत शौक था। इसलिए उसे परिजनों की डांट फटकार पड़ती थी। सर्वेश का पता नहीं चलने से मां, भाई समेत परिजन परेशान हैं। कोतवाल सुरेंद्र नाथ का कहना है कि तहरीर मिली है, बच्चे की तलाश की जा रही है।

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बच्चा चोरी की आशंका से परिजन भयभीत

पिछले दिनों सूबे के अन्य जिलों के साथ ही इस जिले में बच्चा चोरी की अफवाह फैली थी। जिससे बच्चों को लेकर अभिभावक अलर्ट हो गए हैं। वह बच्चों को स्कूल और बाजार अकेले नहीं जाने दे रहे हैं। स्कूलों में भी अभिभावकों ने कह दिया है कि उनके आए बिना बच्चे को स्कूल से नहीं निकलने दें। इस बीच हफ्ते भर में जिले से सात बच्चों के गायब होने से उनके अभिभावक परेशान और चितित है। वे इस बात से डरे हैं कि कहीं उनके बच्चे के साथ कोई अनहोनी न हो जाए।


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