शराब माफिया की करतूत से कलंकित हो रहा प्रतापगढ़ : प्रमोद
केंद्रीय कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य तथा आउटरीच कमेटी के प्रदेश प्रभारी प्रमोद तिवारी शराब कांड से प्रतापगढ़ के सम्मान पर लग रहे दाग से व्यथित हैं। उनका कहना है कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और महान साहित्यकारों का जिला शराब माफियाओं के क्रूर शिकंजे में फंस गया है। इससे जिले का गौरवशाली इतिहास कलंकित हो रहा है। भाजपा सरकार शराब सिडीकेट को रोक नही पा रही है जिसके कारण प्रतापगढ़ तथा कौशांबी व प्रयागराज में मौतों का रिकार्ड सिलसिला जारी है।
संवादसूत्र, प्रतापगढ़ : केंद्रीय कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य तथा आउटरीच कमेटी के प्रदेश प्रभारी प्रमोद तिवारी शराब कांड से प्रतापगढ़ के सम्मान पर लग रहे दाग से व्यथित हैं। उनका कहना है कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और महान साहित्यकारों का जिला शराब माफियाओं के क्रूर शिकंजे में फंस गया है। इससे जिले का गौरवशाली इतिहास कलंकित हो रहा है। भाजपा सरकार शराब सिडीकेट को रोक नही पा रही है, जिसके कारण प्रतापगढ़ तथा कौशांबी व प्रयागराज में मौतों का रिकार्ड सिलसिला जारी है। प्रमोद मंगलवार को नगर के शैल श्याम पैलेस में वार्षिक पत्रकार सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने रामपुर खास के रामपुरदाबी में चार लोगों की और ग्राम कटरिया में नौ लोगों की दुखद मौत तथा जहरीली शराब पीने से कई लोगों की आंख की रोशनी भी चली जाने को भी चिताजनक करार दिया। सभी राजनीतिक दल के जनप्रतिनिधियों से भी शराब माफियाओं के खिलाफ एकजुट होकर जिले के लोगों के जीवन की सुरक्षा में तत्परता से दायित्व निर्वहन करने पर बल दिया। उन्होंने फ्रांस की एजेंसी एएफए के द्वारा राफेल बनाने वाली कंपनी के खातों में 11 लाख यूरो यानी आठ करोड़ 62 लाख बतौर गिफ्ट दलाली के लिए दिए जाने के राजफाश को राष्ट्रीय अस्मिता के लिए खतरनाक करार दिया है। उन्होंने न्यूज वेबसाइट मीडिया पार्ट की रिर्पोट के हवाले का जिक्र करते हुए राफेल रक्षा सौदे के पूरे प्रकरण की सर्वोच्च न्यायालय की देखरेख में जांच तथा केंद्रीय मंत्री सीतारमण से त्यागपत्र की भी मांग की है। पेट्रोल और डीजल की महंगाई पर भी तंज कसा। जिस तरह भारत देश मे कोरोना मरीजों की संख्या तेजी के साथ बढ़ रही है वह गंभीर चिता का विषय है। असम चुनाव में पार्टी के प्रचार से वापस लौटे सीडब्लूसी मेंबर प्रमोद तिवारी ने कहा कि केंद्र एवं असम प्रदेश में भाजपा की सरकार है।इसकी बानगी यह देखने को मिली है कि असम मे एक पोलिग बूथ से जब वोटिग मशीन वापस आई तो उसमे एक सौ अस्सी वोट पड़े थे। जबकि उस पोलिग बूथ पर मात्र 90 मतदाता ही थे। इस मौके पर श्यामकिशोर शुक्ल, डॉ. नीरज त्रिपाठी, कपिल द्विवेदी, ज्ञान प्रकाश शुक्ल, डा. प्रशांतदेव शुक्ल, महेंद्र शुक्ल, गोविद मिश्र, विजयशंकर तिवारी, इरफान अली आदि रहे।