भरत से मिले प्रभु राम, सजल नयनों से श्रद्धालुओं ने लगाए जयकारे
चौदह वर्ष के वनवास के दौरान अहंकारी रावण का अंत करके प्रभु राम अयोध्या लौटे तो भाव विहवल होकर भरत को गले से लगा लिया। यह दृश्य देख लोग भावुक हो उठे। उनकी आंखें भर आई।
जासं, प्रतापगढ़ : चौदह वर्ष के वनवास के दौरान अहंकारी रावण का अंत करके प्रभु राम अयोध्या लौटे तो भाव विहवल होकर भरत को गले से लगा लिया। यह दृश्य देख लोग भावुक हो उठे। उनकी आंखें भर आई।
प्रतापगढ़ के चौक घंटाघर में शुक्रवार की भोर में भरत मिलाप का यह मंचन किया गया। हजारों लोग इस भाव मिलन के साक्षी बनने के लिए पहुंचे। भाइयों का मिलाप होते ही जयकारे लगने लगे और आरती होने लगी। पूरा नगर इस दौरान अयोध्या सा आनंदित हो गया। उल्लास छा गया और हर चेहरा चमक उठा। दो दर्जन कलात्मक चौकियों को देखने के लिए हजारों लोग गुरुवार की रात सड़कों पर रहे। इसके बाद भोर में चौक में भरत मिलाप कराया गया। इस दौरान चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के लिए पुलिस व भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जवान तैनात रहे। इस अवसर पर सांसद संगम लाल गुप्ता, डीएम मार्कंडेय शाही, एसपी अभिषेक सिंह, पूर्व विधायक हरि प्रताप सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश त्रिपाठी, एडीएम शत्रोहन वैश्य, सीओ सिटी अतुल शर्मा, राम लीला समिति के संरक्षक रोशन लाल ऊमरवैश्य, संजय खंडेलवाल, अश्वनी केसरवानी, अध्यक्ष श्याम शंकर सिंह, मंत्री विपिन गुप्ता, संयोजक दिनेश सिंह दिन्नू, कोषाध्यक्ष राजेश ऊमरवैश्य, आचार्य आलोक मिश्र, भाजपा नेता अश्वनी सोनी, पंकज शुक्ला, रतन चंद्र जैन, धर्मेद्र सिंह आदि ने भगवान की आरती उतारी। लक्ष्मी नारायण मंदिर के पुरोहित पं. वृद्धि चंद्र मिश्र ने मंत्रोच्चार किया। इसके बाद बैंड वालों ने आरती की धुन बजाई। इस मौके पर सांसद संगम लाल गुप्ता ने कहा कि यह प्रतापगढ़ के भरत मिलाप की ऐतिहासिक परंपरा हमेशा कायम रहे, यही प्रभु राम से कामना है। डीएम मार्कंडेय शाही ने कहा कि भरत जैसा त्याग और राम जैसा संयमी भाई अब भी देश को चाहिए, तभी समाज सुंदर बनेगा। पूर्व विधायक हरि प्रताप सिंह ने कहा कि प्रतापगढ़ की सामाजिक एकता बेमिसाल है। एसपी अभिषेक सिंह ने कहा कि प्रभु राम की कृपा पूरे देश पर बनी रहे तो सब सुखी होंगे।