गोविदपुर में चढ़ा सियासी पारा, संभाली महिलाओं ने कमान
दो गांव के लोगों के बीच खेत में मवेशी चले जाने को लेकर 21 मई को हुए झगड़े के बाद एक तरफा पुलिसिया कार्रवाई को विभिन्न राजनीतिक दलों ने सियासी रंग दे दिया है।
संसू, पट्टी : दो गांव के लोगों के बीच खेत में मवेशी चले जाने को लेकर 21 मई को हुए झगड़े के बाद एक तरफा पुलिसिया कार्रवाई को विभिन्न राजनीतिक दलों ने सियासी रंग दे दिया है। इसके बावजूद पीड़ित महिलाओं को न्याय नहीं मिला। अब वह स्वयं धरने पर बैठकर प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रही हैं।
राजनीतिक दबाव के चलते सुर्खियों में आए गोविदपुर के मामले को लेकर सपा, कांग्रेस, अपना दल के साथ ही सत्तापक्ष भाजपा ने भी अपने प्रतिनिधिमंडल गांव में भेजकर मामले की हकीकत जानने का प्रयास किया है। इस दौरान पिछड़ा वर्ग आयोग ने गांव की आधा दर्जन महिलाओं से मिले शिकायती पत्र को संज्ञान में लेकर डीएम व एसपी से तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिया है। इसके बाद भी मामला जस का तस है। गुरुवार की शाम गोविदपुर निवासी सीता देवी, सुनीता देवी, अनीता पटेल, उर्मिला देवी, मनसा पटेल, अमरावती वर्मा सहित दो दर्जन से अधिक महिलाओं ने राजनीतिक प्रभाव से बेकसूर ग्रामीणों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाने की मांग की। आरोपितों की गिरफ्तारी जैसी मांगों के समर्थन में गुरुवार की शाम धरने पर बैठी गईं। शुक्रवार को मांगों को लेकर दिन भर नारेबाजी करती रहीं। दूसरी तरफ गोविदपुर, परसद व धुई गांव पूरी तरीके से पुलिस छावनी बन गई है।