अधेड़ की हत्या की पुलिस ने शुरू की जांच
हथिगवां थाना क्षेत्र के बरना चकेला गांव में अधेड़ की संदिग्ध परिस्थिति में हुई मौत में हत्या का आरोप लगाने पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मृतक के घर जाकर उनके स्वजनों का बयान दर्ज किया।
संवाद सूत्र, बाघराय : हथिगवां थाना क्षेत्र के बरना चकेला गांव में अधेड़ की संदिग्ध परिस्थिति में हुई मौत में हत्या का आरोप लगाने पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मृतक के घर जाकर उनके स्वजनों का बयान दर्ज किया।
बरना चकेला गांव निवासी रामप्यारे सरोज (55) पड़ोस के गांव अमानी का पुरवा गांव के रहने वाले महेश सरोज के साथ 19 जनवरी को शाम पांच बजे घर से साइकिल से निकला था। इसके बाद वह घर लौटकर नहीं आया था। अगले दिन 20 जनवरी को सुबह रामप्यारे का शव मालीपुर गांव में रेलवे पटरी के किनारे मिला था। इस बीच मृतक की पत्नी पटकहिन ने शुक्रवार को एसपी से मिलकर आरोप लगाया है कि महेश व उसके भाइयों ने उसके पति की हत्या करके शव को रेलवे पटरी के किनारे फेंक दिया था। अगले दिन आरोपितों ने ही शव दफन करके साक्ष्य मिटा दिया। यह भी आरोप लगाया कि घटना की सूचना पुलिस को दी गई थी, लेकिन पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। इस मामले में पटकहिन ने शनिवार को दोपहर हथिगवां थाने में तहरीर दी। पटकहिन का कहना है कि पति की मौत के बाद से आज तक महेश उसके घर नहीं आया। मृतक की बेटी मीना देवी का कहना था कि गांव के लोगों ने दबाव बनवाकर शव का अंतिम संस्कार श्रृंगवेरपुर घाट पर करा दिया था।
मामला संज्ञान में आने पर एसओ ने गांव के प्रधान पप्पू पहलवान से घटनाक्रम की जानकारी ली। हल्के के दारोगा रमेश यादव ने मृतक के घर जाकर उसके स्वजनों का बयान दर्ज किया। इस बारे में एसओ उदय त्रिपाठी का कहना है कि तहरीर के आधार पर घटना की जांच की जा रही है। प्रथम ²ष्टया यह बात सामने आई है कि ट्रेन से टकराने से राम प्यारे की मौत हुई थी। उसके बेटे ने ग्रामीणों की मौजूदगी में श्रृंगवेरपुर धाम में शव दफनाया था।मृतक के चार बेटे गुड्डू (18), सूरज (14), राहुल (10), शिवलाल (8) व बेटी मीना (16), पूनम (14) है। पिता की मौत से स्वजन रो-रोकर बेहाल हैं। रामप्यारे सहारनपुर जिले में ईंट भट्ठे पर मजदूरी करता था। इस परिवार के पास जमीन नहीं है। भट्ठे पर मजदूरी करके किसी तरह राम प्यारे परिवार का खर्च चलाता था।