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पुलिस के हमलावर गांव छोड़कर भागे, छावनी बना शिवसत

पुलिस टीम पर हमले के बाद शिवसत गांव में पूरी तरह छावनी में तब्दील हो गया। भारी तादाद में फोर्स देख हमलावर भाग निकले। पुलिस की छापेमारी से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त हो गई। वे घरों में दुबक गए।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 10:33 PM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 10:33 PM (IST)
पुलिस के हमलावर गांव छोड़कर भागे, छावनी बना शिवसत
पुलिस के हमलावर गांव छोड़कर भागे, छावनी बना शिवसत

प्रतापगढ़ : पुलिस टीम पर हमले के बाद शिवसत गांव में पूरी तरह छावनी में तब्दील हो गया। भारी तादाद में फोर्स देख हमलावर भाग निकले। पुलिस की छापेमारी से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त हो गई। वे घरों में दुबक गए।

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शिवसत गांव में जयहिद उर्फ भालचंद्र और कोटेदार रामेंद्र सिंह से विवाद की सूचना पर जैसे ही पुलिस पहुंची, रामेंद्र ने पुलिस कर्मियों को अरदब में लेने का प्रयास किया। फिर स्वजनों और परिवार के लोगों के साथ पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। ग्रामीणों को हमलावर देख पहले पुलिस बैकफुट पर आ गई। पुलिस टीम पर हमले की सूचना मिलने पर एएसपी सुरेंद्र द्विवेदी सीओ पट्टी एवं आधा दर्जन थानों की फोर्स के साथ पहुंचे और हमलावरों की तलाश उनके घरों में करने लगे। अधिकांश हमलावर फरार हो गए थे। घर में सिर्फ महिलाएं और बच्चे थे। पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था। गांव में चारों ओर सिर्फ खाकी ही खाकी दिखाई दे रही थी। गांव के सन्नाटे को पुलिस के सायरन तोड़ रहे थे। पूरे गांव में पुलिस दबिश दे रही थी। भारी तादाद में पुलिस देख ग्रामीण घरों में दुबक गए। लोगों में दहशत व्याप्त हो गई। लोग यह सोच कर डर गए कि कहीं पुलिस उन्हें न पकड़ ले। हमलावरों के घरों की महिलाएं व बच्चे सहमे हुए थे।

पूरी रात पुलिस दबिश देती रही। पुलिस ने हमलावरों की तलाश में शिवसत और उसके आस-पास के गांवों, हमलावरों के रिश्तेदारों के घर दबिश दी। पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को हिरासत में ले लिया। इस दौरान पुलिस के सामने जो दिखा, उसकी पिटाई भी की गई। पूरे गांव में दहशत का माहौल रहा। देर रात तक शिवसत गांव छावनी में तब्दील था। पुलिस ने पुलिस ने रामेंद्र सिंह समेत 20-25 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। हमले में सीओ की गई थी जान

प्रतापगढ़ : इस जिले में पुलिस पर कई बार हमला हो चुका है। वर्ष 2013 में हथिगवां थाने के बलीपुर में ग्रामीणों ने सीओ कुंडा जियाउल हक की हत्या कर दी थी। वर्ष 2015 में सांगीपुर थाना के घुइसरनाथ में पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया था। वर्ष 2015 में शहर के एक माडल शाप में इंस्पेक्टर अनिल कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वर्ष 2017 रानीगंज के बुढ़ौरा में सिपाही राजकुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी। दो महीने पहले मोहनगंज चौकी प्रभारी विवेक मिश्र पर हमला कर दिया था।


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