रोडवेज बस पर सवार होने को यात्रियों ने की धक्कामुक्की
सहालग के इन दिनों में सफर करना भी आसान नहीं रह गया है। प्राइवेट वाहनों के बरात में बुक हो जाने से यात्रियों का दबाव रोडवेज बसों पर बढ़ गया है। नगर के रोडवेज बस स्टेशन पर सोमवार को अफरातफरी रही। पुलिस व पीएसी को व्यवस्था बनवाने में सहयोग करना पड़ा।
जासं, प्रतापगढ़ : सहालग के इन दिनों में सफर करना भी आसान नहीं रह गया है। प्राइवेट वाहनों के बरात में बुक हो जाने से यात्रियों का दबाव रोडवेज बसों पर बढ़ गया है। नगर के रोडवेज बस स्टेशन पर सोमवार को अफरातफरी रही। पुलिस व पीएसी को व्यवस्था बनवाने में सहयोग करना पड़ा।
यहां पर प्रयागराज जाने के लिए यात्रियों की भारी भीड़ थी। बसों की संख्या बहुत कम थी। ऐसे में दिन में करीब दो बजे एक अनुबंधित छोटी बस जैसे ही बस अड्डे पर आई, दर्जनों यात्री उस पर सवार होने के लिए दौड़ पड़े। पहले घुसने को धक्कामुक्की भी की। इस भीड़ में महिलाओं की तो दुर्गति हो गई। कई लोग खिड़की से अपना बैग सीट पर रखकर कब्जा जमा लिए। कुछ ने अपने बच्चों को खिड़की से सीट पर पहुंचा दिया, ताकि सीट मिल जाए। अफरा तफरी को देख समाजवादी पार्टी के आंदोलन के मद्देनजर तैनात पुलिस व पीएसी वाले यात्रियों की लाइन लगवाने लगे। कुछ महिला सिपाही भी दौड़कर आ गईं। करीब 20 मिनट तक बस में चढ़ने के लिए अफरा-तफरी रही। यात्री एक दूसरे को धक्का देकर और एक दूसरे पर चढ़कर भी बस में सवार होना चाहते थे। इतनी देर में सभी सीटें भर गईं तो यात्री गैलरी में खड़े हो गए। बस रवाना हो गई। इन दिनों यहां पर इस तरह की अफरातफरी आए दिन हो रही है।
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20 बसों का होता है संचालन
परिवहन निगम द्वारा प्रतापगढ़ से प्रयागराज रूट पर 20 बसों का संचालन किया जाता है। इनमें से 14 बसें अनुबंधित हैं और छह बसें निगम की बड़ी वाली हैं। यात्रियों की भीड़ बढ़ने से यह समस्या आ रही है। इन दिनों प्रयागराज रूट पर ही सवारी अधिक निकल रही हैं।
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कोहरे के कारण लंबी दूरी की बसें देर से लौट रही हैं। सहालग भी होने से यात्रियों का दबाव कुछ बढ़ गया है। बसों की व्यवस्था बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है।
-पीके कटियार, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक