थाने की पंचायत ने सुनाया फैसला, बेटे से गले लग मां हुई निहाल
चार दिनों से अपने लाल के लिए तड़प रही एक महिला को उसके हक में न्याय मिल गया। पंचायत में हुए फैसले से एक मां को उसके बेटे से मिलने का मौका मिला तो भावनाओं का ज्वार उमड़ पड़ा। पंचायत में मां-बेटे के मिलन को देख वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गईं।
संसू, रानीगंज : चार दिनों से अपने लाल के लिए तड़प रही एक महिला को उसके हक में न्याय मिल गया। पंचायत में हुए फैसले से एक मां को उसके बेटे से मिलने का मौका मिला तो भावनाओं का ज्वार उमड़ पड़ा। पंचायत में मां-बेटे के मिलन को देख वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गईं।
मोहनगंज चौकी क्षेत्र की एक युवती की शादी रानीगंज थाना क्षेत्र के गांव में हुई थी। शादी के बाद कुछ दिनों तक सब कुछ ठीक-ठाक चला। उसके बाद युवती की पति व सास ससुर से अनबन हो गई। चार दिन पहले युवती का सास व ससुर से विवाद हुआ। युवती का आरोप है कि उसे मारपीट कर उसके आठ महीने के बेटे को सास व ससुर ने छीन लिया। मजबूर होकर युवती अकेले ही मायके चली गई, कितु वह बेटे के लिए तड़पती रही। युवती के मायके वालों ने ससुराल वालों से बेटे को देने को कहा तो वह उलझ गए। इस पर मंगलवार को युवती अपने मायके वालों के साथ रानीगंज थाने पहुंची और मामले की तहरीर दी। दोनों पक्षों को बुलाया गया, फिर कुछ देर पंचायत के बाद दोनों पक्षों में समझौता हुआ। ससुराल वालों ने उसके बेटे को सौंप दिया। बेटे को पाकर महिला निहाल हो उठी। वह अपने बेटे के गले लगकर रोए जा रही थी। मां- बेटे के मिलन के इस ²श्य को देखकर वहां मौजूद हर शख्स की आंखें भर आईं। एसओ पवन त्रिवेदी का कहना है कि युवती ने तहरीर दिया था कि उसका बेटा उसे दिलाया जाए। ऐसे में दोनों पक्षों को बुलाया गया था। बच्चे को युवती अपने साथ ले गई है।