शराब माफिया को पकड़ने का सिर्फ दावा, नतीजा सिफर
उदयपुर थाना क्षेत्र के कटरिया गांव में शराब पीने से हुई नौ लोगों की मौत की घटना में पुलिस पांच दिन बाद भी शराब माफिया की शीघ्र गिरफ्तारी का सिर्फ दावा ही कर रही है। माफिया व अन्य आरोपितों का सुराग लगा पाने में अभी तक नतीजा सिफर ही बना नजर आ रहा
संसू, सांगीपुर : उदयपुर थाना क्षेत्र के कटरिया गांव में शराब पीने से हुई नौ लोगों की मौत की घटना में पुलिस पांच दिन बाद भी शराब माफिया की शीघ्र गिरफ्तारी का सिर्फ दावा ही कर रही है। माफिया व अन्य आरोपितों का सुराग लगा पाने में अभी तक नतीजा सिफर ही बना नजर आ रहा
है। शराब से नौ मौतों के बाद से सीओ जगमोहन पुलिस की तीन टीम बनाकर शराब माफिया व उसके साथियों एवं मुकदमें में नामजद व अज्ञात अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी में ताबड़तोड़ दबिश का दावा ठोंक रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी को लेकर कोई ठोस परिणाम नही नजर आ रहा है। मामले में हर रोज शीघ्र गिरफ्तारी का पुलिस रटा रटाया बयान बता दे रही है। उदयपुर थाना क्षेत्र के कटरिया गांव में ग्राम प्रधान चुनाव की तैयारी कर रहे दावेदार डब्बू सिंह के घर दावत में बांटी गई शराब पीने से कटरिया गांव के दो सगे भाई दिलीप कोरी व प्रदीप कोरी एवं उसके मामा सिद्धनाथ निवासी राकी के साथ ही कटारिया के ही रामपाल सरोज, राम मिलन कोरी व कटरिया में नाना के घर रह रहे दीपक कोरी तथा आहर बीहर निवासी राज कुमार प्रजापति, किशन सरोज व अमेठी जिले के तुला का पुरवा (कोहरा) निवासी धर्मराज पुत्र हरिबख्श समेत नौ लोगो की मौत हो चुकी है। कटरिया के मृतक राम मिलन कोरी के भतीजे शुभम कोरी की तहरीर पर डब्बू सिंह समेत सात ज्ञात व पांच-छह अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज है। पुलिस पांच आरोपित को गिरफ्तार भी कर चुकी है। लेकिन घटना में नामजद शराब माफिया आहर बीहर निवासी पवन व अन्य आरोपितो का पांच दिन बाद भी पुलिस सुराग तक नही लगा सकी है। उदयपुर कार्यवाहक एसओ मुन्नीलाल का कहना है कि आरोपितों की गिरफ्तारी को दबिश दी जा रही है।
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पुलिस ने शुरू की छापेमारी
संसू, कुंडा : अवैश शराब कारोबार में लिप्त आरोपितों की धरपकड़ के लिए पुलिस ने आरोपितों के घरों पर छापेमारी करनी शुरू कर दी है। एएसपी पश्चिमी दिनेश द्विवेदी की अगुवाई में रविवार की देररात पुलिस ने कई शराब कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी की, लेकिन पुलिस को सफलता नही मिल सकी। ऐसे में पुलिस अब शराब कारोबारियों के करीबियों पर भी नजर रख रही है और जल्द ही उनके करीबियों को पकड़कर पूंछतांछ कर सकती है। फिलहाल शराब कारोबारियों के करीबी भी अपना अपना फोन बंद कर फरार हो गए है। ऐसे में अब देखना है कि क्या पुलिस शराब कारोबारियों को पकड़ पाएगी या फिर इसी तरह हवा में तीर चलाती रहेगी।