अब इकाइयों में खुलेंगे हेल्प डेस्क सेंटर
कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए अब औद्योगिकों क्षेत्र में लगी इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क सेंटर खोलने का निर्देश शासन से जारी हुआ है। शासन ने उपायुक्त उद्योग को पत्र के जरिए हेल्प डेस्क खोलवाकर इसकी वीडियोग्राफी करके रिपोर्ट मांगी है। शासन ने सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि अगर इकाइयों में सेंटर न खोला गया तो उद्यमियों के साथ ही अफसरों पर भी कार्रवाई होगी।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए अब औद्योगिकों क्षेत्र में लगी इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क सेंटर खोलने का निर्देश शासन से जारी हुआ है। शासन ने उपायुक्त उद्योग को पत्र के जरिए हेल्प डेस्क खोलवाकर इसकी वीडियोग्राफी करके रिपोर्ट मांगी है। शासन ने सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि अगर इकाइयों में सेंटर न खोला गया तो उद्यमियों के साथ ही अफसरों पर भी कार्रवाई होगी।
कोरोना का संक्रमण दिन पर दिन बढ़ रहा है। मौत पर मौत हो रही है। इसे संज्ञान में लेते हुए शासन ने औद्योगिक क्षेत्र में चल रही करीब 30 इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क सेंटर खोलने का निर्देश जारी किया है। यह भी कहा गया है कि सेंटर में आने वाले श्रमिकों को सबसे पहले सैनिटाइज किया जाए। थर्मल स्क्रीनिग से उनकी जांच हो। इसके बाद ही उनको अंदर प्रवेश दिया जाए। शासन से पत्र आते ही उपायुक्त उद्योग ने अमल करते हुए सभी उद्यमियों को निर्देश जारी किया है। शासन के निर्देश को अमल करने को कहा है।
गौरतलब है कि औद्योगिक क्षेत्र सुखपाल नगर सहित अंचल में चार दर्जन से अधिक इकाइयां लगी हुई हैं। इसमें आंवले का उत्पाद, चप्पल, दवा, मसाला, राइस मिल, स्टील चद्दर आदि तरह की इकाइयां लगी हुई हैं। इन सभी इकाइयों में करीब तरीन हजार श्रमिक काम करते हैं। कोरोना के चलते उन पर शासन की नजर है। श्रमिकों को काम के बदले होने वाले भुगतान व अन्य तरह की समस्याओं से निजात दिलाने के लिए उपायुक्त उद्योग को इन पर नजर रखने को कहा गया है। उपायुक्त उद्योग दिनेश कुमार चौरसिया ने बताया कि शासन से जो दिशा निर्देश मिला है, उसका पालन करने के लिए उद्यमियों को कहा गया है। इसमें लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई होगी।
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औद्योगिक क्षेत्र का हाल बेहाल
शहर से महज सात किमी की दूरी पर औद्योगिक क्षेत्र सुखपाल नगर है। यहां पर दो दर्जन से अधिक इकाइयां स्थापित हैं। यहां पर करीब डेढ़ हजार श्रमिक काम करते हैं। कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए जहां शहर में नियमित रूप से साफ-सफाई कराई जा रही है। सैनिटाइज का कार्य कराया जा रहा है। वहीं औद्योगिक क्षेत्र सुखपाल नगर के परिसर में हर ओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। गंदा पानी पूरे परिसर में फैला हुआ है। उसकी दुर्गंध से लोगों का जीना दूभर हो गया है। उद्यमी अनुराग खंडेलवाल, चंद्र प्रकाश शुक्ल सहित अन्य की कई शिकायत के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। अब उद्यमी डीएम से मिलकर मामले की शिकायत करने की तैयारी में हैं।
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बैठक में भी उठ चुका है मुद्दा
औद्योगिक क्षेत्र सुखपाल नगर में साफ-सफाई न दवाओं का छिड़काव न होने का मुद्दा जिला उद्योग बंधु की बैठक में भी कई बार उठ चुका है। तत्कालीन डीएम शंभु कुमार, मार्कंडेय शाही ने आवश्यक कार्रवाई करने के लिए संबंधित अफसरों को कहा था, लेकिन उनके आदेश का अमल नहीं हुआ। समस्या जस की तस बनी हुई है। परिसर में मच्छरों के प्रकोप से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। मच्छरों के काटने से कई उद्यमी बीमार भी हो चुके हैं।