बीमार बंदी के इलाज में लापरवाही, हंगामा
बीमार बंदी को जिला अस्पताल लेकर पहुंची जेल पुलिस डॉक्टर को बगैर दिखाए वापस लौट गई। जिला अस्पताल में मौजूद बंदीके स्वजनों की पुलिस से नोकझोंक हुई। इस दौरान हंगामा देख भीड़ इकट्ठा हो गई। किसी तरह मामला शांत हुआ।
जासं, प्रतापगढ़: बीमार बंदी को जिला अस्पताल लेकर पहुंची जेल पुलिस डॉक्टर को बगैर दिखाए वापस लौट गई। जिला अस्पताल में मौजूद बंदीके स्वजनों की पुलिस से नोकझोंक हुई। इस दौरान हंगामा देख भीड़ इकट्ठा हो गई। किसी तरह मामला शांत हुआ।
सुलतानपुर जनपद के लम्हुआ थाना के गरैए गांव निवासी सुरेश चौहान एक मामले में जिला जेल में बंद है। उसे सप्ताह भर से लघुशंका के दौरान जलन हो रही है। उसे ठीक से पेशाब नहीं हो रही थी। इससे वह परेशान था। कई बार जेल में चिकित्सकों से उसने शिकायत की तो उसे शुक्रवार को जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया। जेल पुलिस बंदी को लेकर दिन में करीब साढ़े 12 बजे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टर इम्तियाज ने उसे देखा और अल्ट्रासाउंड के लिए लिख दिया। अल्ट्रासाउंड कराने के बाद बंदी को लेकर जेल पुलिस वापस जेल जाने लगी। इस पर वहां मौजूद बंदी सुरेश चौहान के स्वजन विरोध पर उतर आए और अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट को चिकित्सक इम्तियाज से दिखाने के लिए अड़ गए। वहीं जेल पुलिस और उनके साथ आए फार्मासिस्ट ने स्वजनों को यह कहकर डाक्टर को दिखाने से रोक दिया कि अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में सब ठीक आया है। इससे नाराज स्वजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस पर जेल पुलिस मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देते हुए जेल चले गए। वहीं स्वजन देर तक वहां शोर मचाते रहे। किसी तरह उन्हें शांत कराया गया। इस मामले में जेलर आरपी चौधरी का कहना था कि बंदी सुरेश चौहान का अल्ट्रा साउंड कराया गया, उसकी रिपोर्ट ठीक आई है। किसी तरह का हंगामा नहीं हुआ था।