सबकी सहभागिता से बनेगा भगवान राम का मंदिर
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विचार परिवार की बैठक तुलसी सदन हादीहाल में मंगलवार को हुई। इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काशी प्रांत के प्रांत प्रचारक रमेश ने कहा राम मंदिर से राष्ट्र मंदिर का निर्माण होगा। श्रीराम जन्मभूमि निधि समर्पण समिति की देखरेख में 15 जनवरी से लेकर 15 फरवरी तक चलने वाले निधि समर्पण अभियान के संदर्भ में विस्तार से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम हम सब के आराध्य हैं । श्रीराम और राष्ट्र में अंतर नहीं है क्योंकि राष्ट्र की आत्मा में राम हैं व राम की आत्मा में राष्ट्र है । राम एक आदर्श पुरुष और आध्यात्मिक परंपरा के नायक हैं ।
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़ : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विचार परिवार की बैठक तुलसी सदन हादीहाल में मंगलवार को हुई। इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काशी प्रांत के प्रांत प्रचारक रमेश ने कहा राम मंदिर से राष्ट्र मंदिर का निर्माण होगा। श्रीराम जन्मभूमि निधि समर्पण समिति की देखरेख में 15 जनवरी से लेकर 15 फरवरी तक चलने वाले निधि समर्पण अभियान के संदर्भ में विस्तार से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम हम सब के आराध्य हैं । श्रीराम और राष्ट्र में अंतर नहीं है, क्योंकि राष्ट्र की आत्मा में राम हैं व राम की आत्मा में राष्ट्र है । राम एक आदर्श पुरुष और आध्यात्मिक परंपरा के नायक हैं । भगवान श्री राम का भव्य मंदिर जन-जन के समर्पण से बनने वाला है। भारत की जनआस्था व समर्पण भाव को जागृत करने का यह महाअभियान है। राम जी के धाम से प्रत्येक व्यक्ति, प्रत्येक परिवार को जोड़कर भव्यतम मंदिर निर्माण में सभी की सहभागिता सुनिश्चित होगी। इस भव्य मंदिर को बनता देखने के लिए कई पीढि़यों ने संघर्ष और बलिदान किया है। संचालन जिला कार्यवाह डॉ. सौरभ पांडेय ने किया। इस अवसर पर विभाग प्रचारक प्रतोष, रमेश त्रिपाठी, चितामणि, हरीश, मुरलीधर केसरवानी, जिला प्रचार प्रमुख प्रभा शंकर पांडेय, गिरजा शंकर मिश्र,शिव शंकर सिंह, दिनेश अग्रहरि, ओम प्रकाश श्रीवास्तव, ऋषभ, राजन मिश्र ,शीतांशु ओझा, डॉ. राकेश सिंह, श्रद्धा सिंह, डॉ. रंग नाथ शुक्ल आदि ने भी सहभागिता की। संसार में नारायण ही हैं परम तत्व
जासं, प्रतापगढ़ : सर्वोदय सद्भावना संस्थान द्वारा सेनानी ग्राम देवली परसन पांडेय का पुरवा में माता गोदांबा व भगवान रंगनाथ का विवाहोत्सव धूमधाम से मनाया गया। धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडेय अनिरुद्ध रामानुज दास ने पूजन-अर्चन तथा गोदांबा जी के 108 नामों से पुष्पार्चन कर क्षीरान्न का भोग लगाया। कहा कि एक बार भगवान वाराह जब हिरण्याक्ष का वधकर पृथ्वी को रसातल से बाहर लेकर आए तो पृथ्वी कांपने लगी। भगवान ने कहा अब तो मैंने हिरण्याक्ष को मारकर तुम्हारी रक्षा की आप क्यों डर रही हो, पृथ्वी ने कहा कि प्रभु ब्रह्मा जी मेरे ऊपर सृष्टि की रचना करने जा रहे हैं । अनेक प्रकार के जीव उत्पन्न होंगे कुछ पुण्यात्मा होंगे, कुछ पापाचार अनाचार अत्याचार करेंगे। उनका कैसे कल्याण होगा। भगवान ने कहा तुम्हारे ही अंश से गोदांबा का अवतार होगा और मैं रंगनाथ के रूप में अवतरित होकर सबका कल्याण करूंगा।
धनुर्मास में एक माह श्री वैष्णव लोग गोदांबाजी जी और भगवान श्री रंगनाथ की पूजा अर्चना करते हैं। संसार में भगवान श्रीमन्नारायण ही परम तत्व हैं। कार्यक्रम में शारदा देवी रामानुज दासी, चंद्रशेखर दत्त पांडेय, भगवत प्रसाद, देवी प्रसाद, अनुज पांडेय, प्रणव कुमार, नारायणी रामानुज दासी जसोमति रामानुज दासी ने भी पूजन अर्चन किया।