मानधाता में रास्ते के विवाद में किशोर की हत्या
प्रतापगढ़ मानधाता थाना क्षेत्र के उसरापुर गांव में मंगलवार सुबह रास्ते के विवाद में दो पक्षों
प्रतापगढ़ : मानधाता थाना क्षेत्र के उसरापुर गांव में मंगलवार सुबह रास्ते के विवाद में दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। इस दौरान लाठी और फावड़े से हमला कर एक किशोर की हत्या कर दी गई। दोनों पक्षों से करीब एक दर्जन लोग लहूलुहान भी हो गए। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले में पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
उक्त गांव के राम आसरे गुप्ता व बद्री प्रसाद पटेल के बीच रास्ते को लेकर काफी समय से विवाद है। इसी को लेकर मंगलवार सुबह करीब सात बजे दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए। बात इतनी बढ़ी कि लाठी-डंडे चलने लगे। यही नहीं फावडा़, गदाला से भी हमला किया गया। फावड़े के हमले से बद्री के पुत्र मंजीत पटेल (16) की मौत हो गई। जबकि एक पक्ष से रविपूजन पटेल पुत्र जगन्नाथ, ऊषा देवी पत्नी जगत बहादुर पटेल, शिवकुमारी पुत्री बद्री प्रसाद पटेल, श्याम पूजन पुत्र बद्री प्रसाद पटेल, मनीषा देवी व रामपूजन गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं दूसरे पक्ष से मीना देवी पत्नी राम आसरे, आदर्श गुप्ता पुत्र अनिल व अनिल गुप्ता पुत्र हरिश्चंद्र गुप्ता को भी चोटें आईं है। इनका भी मानधाता सीएचसी में इलाज चल रहा है। इस मामले में पुलिस ने एक महिला सहित चार लोगों को अस्पताल से ही हिरासत में ले लिया। मामले में मंजीत के चाचा राम बहादुर पटेल का आरोप है कि मानधाता थाने के एसओ व दारोगा ने वर्तमान प्रधान के दबाव में कार्य किया है। प्रधान द्वारा पुलिस को उपहार दिए जाने के एवज में योजनाबद्ध तरीके से हमला कराकर मेरे भतीजे की हत्या कराई गई है।
आधा दर्जन पर कत्ल का मुकदमा दर्ज, गांव में तनाव : उसरापुर में हत्या के मामले में छह लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। मंजीत पटेल के पिता बद्री प्रसाद की तहरीर पर दूसरे पक्ष के राम असारे गुप्ता, रवि गुप्ता, अनिल गुप्ता समेत छह लोग नामजद हैं। इनमें चार को पकड़ लिया गया है। गांव में दहशत का माहौल है। एसओ इंद्रेश कुमार ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही फोर्स के साथ हंड्रेड डायल के साथ मौके पर गए थे। सभी घायलों को एंबुलेंस और पुलिस की गाड़ियों से अस्पताल भेजा गया। मारपीट दोनों तरफ से हुई है। तनाव को देखते हुए फोर्स तैनात कर दी गई है।
प्रधान पर हुआ था हमला : उसरापुर गांव एक माह पहले रास्ते के विवाद में ही चर्चा में आया था। गांव में रास्ते के विवाद को सुलझाने के दौरान पुलिस और राजस्व टीम की उपस्थिति में प्रधान पर महिलाओं द्वारा हमला भी हुआ था। उसका वीडियो वायरल हो गया था।