नहीं चली इंटरसिटी और वाराणसी पैसेंजर, कैसे करें सफर
इन दिनों देश के तमाम हिस्सों में रेल संचालन बहाल होने के बाद भी प्रतापगढ़ के लोग इंटरसिटी ट्रेन की सुविधा नहीं पा रहे हैं। लखनऊ-वाराणसी और कानपुर इंटरसिटी का संचालन अब तक बहाल नहीं हो सका है। यह गाड़ियां जंक्शन पर खड़ी हैं और जनसेवकों को आइना दिखा रही हैं। दिल्ली पहुंचाने वाली पद्मावत भी नहीं चली।
प्रतापगढ़ : इन दिनों देश के तमाम हिस्सों में रेल संचालन बहाल होने के बाद भी प्रतापगढ़ के लोग इंटरसिटी ट्रेन की सुविधा नहीं पा रहे हैं। लखनऊ-वाराणसी और कानपुर इंटरसिटी का संचालन अब तक बहाल नहीं हो सका है। यह गाड़ियां जंक्शन पर खड़ी हैं और जनसेवकों को आइना दिखा रही हैं। दिल्ली पहुंचाने वाली पद्मावत भी नहीं चली। इस वजह से सफर में मुश्किलों का सामना कर रहे लोगों में जनप्रतिनिधियों के खिलाफ रोष भी है। प्रतापगढ़ के हजारों व्यापारी व्यापार के सिलसिले में कानपुर व दिल्ली बराबर जाते-आते हैं। इसके लिए दो इंटरसिटी गाड़ी यहां से चला करती थी। अन्य गाड़ियों की तरह ही वह दोनों भी कोरोना काल में बंद हो गई। आठ महीने से अभी तक बंद ही हैं। इससे लोगों का सफर मुश्किल हो गया है। यहां के लोग अपने कार्य से दिल्ली, वाराणसी, कानपुर, वाराणसी, रायबरेली, अमेठी नहीं जा पा रहे हैं। रोडवेज बस से जाने पर कई गुना किराया लगता है। बस का सफर भी सुविधाजनक नहीं होता।
अब देश में काफी सुविधाएं पटरी पर आ गई हैं। कोरोना का खतरा भी कम हुआ है। ऐसे में अब तो कम से कम दोनों इंटरसिटी को चला दिया जाना चाहिए।
-देवव्रत मिश्र, व्यवसायी
जनता की परेशानियों को देखते हुए ट्रेन बहाल करने के बारे में जिले से रेल मंत्रालय तक आवाज जानी चाहिए। यह जनप्रतिनिधि की जिम्मेदारी है।
-प्रज्ञा कुमार सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता
जिले के सांसद और प्रशासन को इसकी संस्तुति करके सरकार पर दबाव बनाना चाहिए। अफसोस है कि जनप्रतिनिधि स्तर से इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा।
-शम्स तबरेज, आरटीआइ एक्टिविस्ट
ट्रेन न चलने से मरीजों, बुजुर्गो व महिलाओं को और परेशान होती है। सरकार कोरोना गाइड लाइन के मुताबिक ट्रेनों का संचालन जनहित में कराए।
-किरन त्रिपाठी, गृहणी