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कोरोना का खतरा देख हेल्प डेस्क को किया सक्रिय

जरा सा राहत क्या मिली लोग कोरोना का खतरा भूल बैठे। अब यह फिर से बढ़ गया है। दिल्ली में मामले अधिक आने पर अब यूपी में भी सतर्कता का निर्देश जारी होने के बाद अब प्रशासन सख्ती करेगा। इन दिनों देखने में आ रहा है कि लोग अब कम सजग हैं। पहले सबके हाथ में सैनिटाइजर होता था हर जगह जाने पर वह मास्क जरूर लगाते थे। अब ऐसा कम दिख रहा है। लोग जैसे कोरोना को लेकर अब गंभीर नहीं हैं। यह भूल उनके लिए भारी पड़ सकती है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 11:20 PM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 11:20 PM (IST)
कोरोना का खतरा देख हेल्प डेस्क को किया सक्रिय
कोरोना का खतरा देख हेल्प डेस्क को किया सक्रिय

जासं, प्रतापगढ़ : जरा सा राहत क्या मिली, लोग कोरोना का खतरा भूल बैठे। अब यह फिर से बढ़ गया है। दिल्ली में मामले अधिक आने पर अब यूपी में भी सतर्कता का निर्देश जारी होने के बाद अब प्रशासन सख्ती करेगा। इन दिनों देखने में आ रहा है कि लोग अब कम सजग हैं। पहले सबके हाथ में सैनिटाइजर होता था, हर जगह जाने पर वह मास्क जरूर लगाते थे। अब ऐसा कम दिख रहा है। लोग जैसे कोरोना को लेकर अब गंभीर नहीं हैं। यह भूल उनके लिए भारी पड़ सकती है। जिस तरह से शासन ने नए निर्देश जारी किए हैं उससे तय है कि आयोजकों की मुश्किलें बढ़ेंगी। इधर नगर के रोडवेज बस स्टेशन पर कोरोना हेल्प डेस्क को सक्रिय किया जा रहा है। यहां पर हर दिन दिल्ली से चार बसें आती हैं। इतनी ही यहां से जाती भी हैं। इनके यात्रियों को तो खतरा रहता ही है, संपर्क में आने पर अन्य लोगों के भी प्रभावित होने का खतरा रहता है। यहां पर परिवहन विभाग ने स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से एक मेडिकल कर्मी की तैनाती कराई है। हर दिन करीब 30 यात्रियों की एंटीजन जांच की जा रही है। इस दूसरे दौर में हालांकि यहां अब तक कोई संक्रमित नहीं मिला। एआरएम पीके कटियार का कहना है कि यात्रियों को कर्मचारी जागरूक कर रहे हैं। कई बार कुछ यात्री जांच कराने की बात कहने पर झगड़ा करने लगते हैं। फिर भी हमारा प्रयास जारी है। जिले में कोरोना के मिले 12 केस

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जासं, प्रतापगढ़ : जिले में सोमवार को कोरोना के 12 मरीज पाए गए। इनमें दो शहर के हैं। सीएचसी में की गई एंटीजन जांच में यह जो मरीज मिले उनमें दो गौरा व दो मंगरौरा इलाके के बताए गए। दो युवक अचलपुर के पास के रहने वाले हैं। वह कई दिनों से सूरत से आकर घर पर रह रहे थे। इन मरीजों को घर पर ही आइसोलेट किया गया है। जिले में कोरोना से अब तक 54 लोगों की जान जा चुकी है। राहत वाली बात यह है कि चार हजार के करीब कोरोना से जंग जीतकर दूसरों को सतर्क कर रहे हैं।

--इनसेट---

इमरजेंसी में पहुंचा वृद्ध निकला संक्रमित

जिला अस्पताल में सोमवार को उस समय खलबली मच गई, जब एक वृद्ध जांच में कोरोना से संक्रमित निकल गया। मानधाता का 65 साल का एक व्यक्ति पहले सूरत में रहता था। सोमवार को दिन में करीब तीन बजे वह अपने साधन से अस्पताल पहुंचा। ओपीडी का वक्त बीत गया था, तो स्वजन उसे इमरजेंसी में ले गए। उसकी सांस फूल रही थी। यह देख फार्मासिस्ट ने अंदर आने से रोक दिया। कहा कि पहले जांच कराओ। इस पर स्वजनों से कहासुनी होने लगी। कुछ देर बाद चिकित्सक के हस्तक्षेप पर उसकी एंटीजन जांच कराने पर वह संक्रमित पाया गया। उसे तत्काल उसी के वाहन से घर भेज दिया गया।

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रेलवे जंक्शन पर सतर्कता नहीं

रेलवे स्टेशन पर कोरोना सतर्कता के प्रयास नजर नहीं आ रहे हैं। यहां पर हेल्प डेस्क उस समय बनी थी जब श्रमिक स्पेशल ट्रेन आ रहीं थीं। अब इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। स्टेशन अधीक्षक त्रिभुवन मिश्र का कहना है कि इसकी व्यवस्था की जा रही है।


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