कोरोना पर स्वास्थ्य महकमा अलर्ट, बना वार्ड, मुख्य सचिव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में दिए निर्देश
कोरोना वायरस की भारत में दस्तक के बाद शासन व प्रशासन अलर्ट हो गया है।
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़ : कोरोना वायरस की भारत में दस्तक के बाद शासन व प्रशासन अलर्ट हो गया है। मुख्य सचिव के निर्देश के बाद सीएमओ ने सभी सीएमएस व अधीक्षकों को सतर्कता के कड़े निर्देश दिए हैं। जिला अस्पताल में तो अलग से वार्ड की व्यवस्था कर दी गई है।
केरल में कोरोना का एक मामला सामने आने के बाद यूपी में मचे हड़कंप का असर बेल्हा तक महसूस किया जा रहा है। गुरुवार की शाम को प्रदेश शासन के मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी ने सभी सीएमओ को इस बारे में सतर्क किया। इसके बाद सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव ने स्थानीय स्तर पर पत्र जारी कर दिया। इसमें सीएमएस व सीएचसी, पीएचसी के चिकित्सा अधीक्षकों से कहा कि अपने अस्पताल में कोरोना को लेकर लोगों को जागरूक करें, साथ ही सीएचसी स्तर पर कम से कम दो बेड की अलग से व्यवस्था करें। जिला अस्पताल में कम से कम चार बेड का विशेष वार्ड बनाएं।
इसके बाद जिला अस्पताल में इंतजाम शुरू कर दिये गए। सीएमएस डा. पीपी पांडेय ने फिजीशियन डा. आरपी चौबे, डा. मनोज खत्री के साथ आपात बैठक की। तय किया गया कि जो भी लोग जुकाम, बुखार, सर्दी से कई दिनों से परेशान मिलें, उनको त्वरित इलाज की सलाह दें। उनकी जांच कराएं। इधर अस्पताल के डेंगू वार्ड को कोरोना वार्ड में बदलने का काम भी शुरू कर दिया गया। वहां पर भर्ती आंखों के मरीज दूसरे वार्ड में शिफ्ट किए जाने लगे। मुख्य सचिव ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिग में फिर से कड़े निर्देश दिए। कहा कि लोगों के बीच कोरोना के बारे में प्रचार प्रसार किया जाए। लोगों को संक्रमण होने, बचाव करने सहित जरूरी बातों के बारे में बताने के लिए आशाओं के जरिए अभियान चलाया जाए।
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कोरोना वायरस को लेकर शासन ने सतर्कता का निर्देश दिया है। उसके अनुसार सभी मेडिकल अफसरों को सचेत कर दिया गया है। जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया जाएगा।
-डा. एके श्रीवास्तव, सीएमओ क्या है कोरोना वायरस
कोरोना वायरस चीन से चर्चा में आया। यह घातक व संक्रामक है। इससे पीड़ित मरीज जब खांसता या छींकता है तो दूसरे लोग भी संक्रमित हो सकते हैं। यह जानवरों व मनुष्यों दोनों में फैल सकता है। वरिष्ठ फिजीशियन डा. आरपी चौबे बताते हैं कि कोरोना वायरस विषाणुओं के परिवार का है और इससे लोग बीमार पड़ जाते हैं। यह लार व जूठे बर्तनों से भी फैल सकता है। यह फेफड़ों को तेजी से संक्रमित करता है। बुखार, जुकाम, गले में खरास इसके मुख्य लक्षण होते हैं। क्या करें-
-सर्दी, बुखार, जुकाम हो तो चिकित्सक से मिलें।
-खांसी आए तो मुंह पर रुमाल जरूर लगाएं।
-गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत पर रहें सजग।
-डाक्टर की सलाह से एंटीवायरल ड्रग्स लें।
-अफवाहों में न पड़ें, जानकारी प्राप्त करें।