ग्रीन जिम की स्थापना में जमीन का रोड़ा
जमीन के अभाव में स्टेडियम में ग्रीन जिम स्थापित नहीं हो सका। मरम्मत न होने से पैवेलियन की स्थिति भी खराब हो गई। क्रीड़ाधिकारी ने खेल निदेशालय को इसकी रिपोर्ट बनाकर भेज दी है।
प्रतापगढ़ : जमीन के अभाव में स्टेडियम में ग्रीन जिम स्थापित नहीं हो सका। मरम्मत न होने से पैवेलियन की स्थिति भी खराब हो गई। क्रीड़ाधिकारी ने खेल निदेशालय को इसकी रिपोर्ट बनाकर भेज दी है।
जिला मुख्यालय पर स्थित स्पोर्ट्स स्टेडियम में जगह काफी कम है। हैंडबाल, वालीबॉल की कोर्ट की तो कोई समस्या नहीं है, लेकिन क्रिकेट, हॉकी, फुटबॉल में से कोई खेल एक समय पर एक ही हो सकते है क्योंकि उसी जमीन पर क्रिकेट की पिच और हाकी व फुटबॉल का गोल पोस्ट है। इनडोर गेम के नाम पर बैडमिटन होता है। स्टेडियम में खिलाड़ी प्रैक्टिस करने तो आते ही हैं। इसके अलावा तमाम लोग मार्निग वॉक करने के लिए भी आते हैं। ऐसे लोगों के व्यायाम करने के लिए ग्रीन जिम स्थापित करने पर विचार चल रहा था। ग्रीन जिम में एयर वाकर, पुश चेयर्स, पुल चेयर्स, आर्म एंड पैडल बाइक, सिगल रोइंग मशीन, लेग प्रेश, ट्रिपल वेस्ट ट्विटर, फिटनेस राइडर, सिटअप बोर्ड, डबल आर्म ह्वील, पुश एंड डिप स्टेशन, मंकी बार्स लगना था। इन उपकरणों पर करीब 20 लाख रुपये की लागत आनी थी। ग्रीन जिम शहर के लोगों के लिए फायदेमंद था, लेकिन लोग इस सुविधा से वंचित हो गए, क्योंकि यहां स्टेडियम में जमीन का काफी अभाव है। स्टेडियम का विस्तार हुए बिना कुछ भी नया नहीं किया जा सकता है। इसलिए क्रीड़ाधिकारी ने खेल निदेशालय को रिपोर्ट भेज दिया कि ग्रीन जिम स्थापित करने के लिए स्टेडियम में जमीन का अभाव है। दूसरी ओर करीब 34 साल पहले बने स्टेडियम का पैवेलियन भी जर्जर हो गया है। पैवेलियन में खिलाड़ियों के लिए बने दोनों शौचालय जर्जर हो चुके हैं। इससे खिलाड़ियों को काफी असुविधा हो रही है। वर्जन ..
ग्रीन जिम स्थापित करने के लिए जमीन उपलब्ध कराने की बात कही गई थी, लेकिन स्टेडियम में जमीन की काफी कमी है। इस संबंध में खेल निदेशालय को अवगत करा दिया गया है।
-अभिज्ञान मालवीय, क्रीड़ाधिकारी